हाल ही में, शोधकर्ताओं ने उत्तरी अरब सागर में ओमान के तटीय हिस्से से दक्षिण में मेडागास्कर के चागोस द्वीपसमूह तक संगीत के द्वारा संवाद करने वाली अनोखी ब्लू व्हेल प्रजाति के मिलने की पुष्टि की है । वैज्ञानिकों के अनुसार ये अत्यंत धीमी आवाज़ में संवाद करती हैं, जो संगीत के समान प्रतीत होता है।
पश्चिमी अरब सागर में रिकॉर्ड किया गया यह पहला ब्लू व्हेल संगीत है, इसलिये शोधकर्ताओं ने इसे "नॉर्थवेस्ट हिंद महासागर" नाम दिया है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह ब्लू व्हेल या ब्रायडज़ प्रजाति की व्हेल है क्योंकि इन दोनों प्रजातियों को पहले ओमान में प्रलेखित (Documented) किया जा चुका है।
अब तक इस व्हेल को श्रीलंका के निकट मिली प्रजाति का ही हिस्सा माना जा रहा था लेकिन नए क्षेत्रों में रिकॉर्ड हुए ब्लू व्हेल के संगीत के विश्लेषण से ज्ञात होता है कि इस प्रजाति का विस्तार दक्षिण-मध्य हिंद महासागर तक ही है।
ब्लू व्हेल, विश्व की सबसे विशाल समुद्री स्तनपाई जीव है, 20वीं सदी के आरंभ तक लगभग सभी महासागरों में ब्लू व्हेल काफी संख्या में पाई जाती थी, जिसके बाद इनकी संख्या में कमी देखी गई। ध्यातव्य है कि सभी व्हेल नहीं गाती हैं, केवल कुछ व्हेल जैसे बेलीन व्हेल (Baleen Whale) को गीत गाते हुए देखा गया है।
व्हेल ,संवाद, विलाप, खर्राटे, खुशी और रोने आदि के लिये गीतों का उपयोग करती हैं। व्हेल के गीत आम तौर पर 4 kHz आवृत्ति से कम होते हैं, जबकि मनुष्य की श्रवण सीमा 20 हर्ट्ज से 20 kHz आवृत्ति के बीच होती है, इस प्रकार सामन्यता मनुष्य इसे सुनने में अशक्त होते हैं।