चर्चा में क्यों
हाल ही में, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा एक नेक्स्ट-जेन लॉन्च व्हीकल (NGLV) विकसित किया जा रहा है, जो भविष्य में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) जैसी प्रणालियों का स्थान लेगा।
प्रमुख बिंदु
- नेक्स्ट-जेन लॉन्च व्हीकल एक तीन चरणों वाला यान है, जो लागत-कुशल एवं पुन: प्रयोज्य भारी-लिफ्ट व्हीकल होगा। यह जियोस्टेशनरी ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में 10 टन की पेलोड क्षमता के साथ स्थापित किया जाएगा।
- इसमें बूस्टर चरण के लिये सेमी-क्रायोजेनिक प्रणोदन का प्रयोग होगा जो सस्ता एवं कुशल है।
- इस यान का संभावित उपयोग संचार उपग्रहों, डीप अंतरिक्ष मिशन, भविष्य के मानव अंतरिक्षयानों और कार्गो मिशनों को लॉन्च करने में होगा।