चर्चा में क्यों?
नीति आयोग ने 2019-20 के लिये राज्य स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया। इस रिपोर्ट को विश्व बैंक की तकनीकी सहायता व स्वास्थ्य मंत्रालय के परामर्श में तैयार किया जाता है
मुख्य बिंदु
- इस रिपोर्ट का शीर्षक 'स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत' है। यह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य में उनके साल-दर-साल वृद्धिशील प्रदर्शन व उनकी समग्र स्थिति के आधार पर रैंकिंग प्रदान करती है।
- स्वास्थ्य सूचकांक राज्यों को एक समग्र स्कोर प्रदान करता है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को कवर करने वाले 24 संकेतकों को शामिल किया गया है।
- 24 संकेतकों को 'स्वास्थ्य परिणामों', 'शासन एवं सूचना' और 'प्रमुख आदान/प्रक्रिया' के अंतर्गत वर्गीकृत किया जाता है। प्रत्येक वर्ग का एक आवंटित भार होता है, जिस आधार पर राज्यों को रैंकिंग प्रदान की जाती है।
- स्वास्थ्य सूचकांक रैंकिंग को तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है - बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश।
रैंकिंग
श्रेणी
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समग्र प्रदर्शन (उच्च रैंक)
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वार्षिक वृद्धिशील प्रदर्शन
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बड़े राज्य
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केरल व तमिलनाडु
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उत्तर प्रदेश, असम और तेलंगाना
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छोटे राज्य
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मिज़ोरम और त्रिपुरा
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मिज़ोरम और मेघालय
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केंद्र शासित प्रदेश
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दादरा व नगर हवेली और दमन व दीव तथा चंडीगढ़
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दिल्ली तथा जम्मू और कश्मीर
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