संदर्भ
राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (NMPB) ने औषधीय पौधों की आपूर्ति शृंखला तथा मूल्य शृंखला के लिये हितधारकों के मध्य संपर्क को बढ़ाने के लिये एक सहायता संघ (Consortia) का गठन किया है।
प्रमुख बिंदु
- एन.एम.पी.बी. सहायता संघ के माध्यम से गुणवत्ता युक्त पादपों की खेती, अनुसंधान एवं विकास, औषधीय पौधों के व्यापार तथा बाज़ार से संबंधित पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- साथ ही, इसके अंतर्गत किसानों और औषधि निर्माताओं के बीच संबंध स्थापित करने के लिये 'बीज से शेल्फ तक' दृष्टिकोण की शुरुआत की जा रही है। इसमें बेहतर कृषि पद्धतियों तथा फसल कटाई के बाद की उन्नत कार्यप्रणालियों को विकसित करने पर बल दिया जाएगा।
- इसके अंतर्गत प्रथम चरण में निम्नलिखित औषधीय पौधों को शामिल किया जाएगा-
- अश्वगंधा (Withania somnifera)
- पिप्पली या पिपरी (Piper longum)
- आंवला (Phyllanthus emblica)
- गुग्गुल (Commiphora wightii)
- शतावरी (Asparagus racemosus)
राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड ( National Medicinal Plants Board-NMPB)
- राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड की स्थापना भारत सरकार द्वारा 24 नवंबर 2000 को औषधीय पादपों के विकास हेतु की गई थी। वर्तमान में यह बोर्ड आयुष मंत्रालय के अधीन कार्य कर रहा है।
- एन.एम.पी.बी. का प्रमुख लक्ष्य घरेलु एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर औषधीय पादपों के विकास से संबंधित नीतियों तथा कार्यक्रमों को लागू करना है।
- एन.एम.पी.बी. विभिन्न मंत्रालयो, विभागों तथा संगठनों के मध्य समन्वय स्थापित करने के लिये एक उपयुक्त तंत्र का निर्माण करता है।