चर्चा में क्यों
हाल ही में जारी एक अध्ययन से ज्ञात हुआ है कि पूरे देश में पीने के पानी में उच्च स्तर का जहरीला रासायन नोनीलफेनॉल (Nonylphenol) की उपस्थिति पाई गई है।
प्रमुख बिंदु
नोनीलफेनॉल
नोनीलफेनॉल का उपयोग
इसका उपयोग आमतौर पर नोनीलफेनॉल एथोक्सिलेट्स (एन.पी.ई.) के उत्पादन में किया जाता है।
इसके अतिरिक्त, इसका उपयोग दिन-प्रतिदिन के उपभोक्ता उत्पादों जैसे डिटर्जेंट एवं डिस्पर्सेंट के रूप में भी किया जाता है।
भारतीय मानक ब्यूरो (बी.आई.एस.) के दिशानिर्देश
भारतीय मानक ब्यूरो ने फेनोलिक यौगिकों के लिये मानक निर्धारित किये हैं, जो पीने के पानी में 1 भाग प्रति बिलियन (पीपीबी) और सतही जल में 5 भाग प्रति मिलियन (पीपीएम) निर्धारित किया गया है। लेकिन वर्तमान में, भारत में पीने के पानी और सतही जल में विशेष रूप से नोनीलफेनॉल के लिये कोई मानक निर्धारित नहीं हैं।
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