प्रारंभिक परीक्षा - नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार 2023 मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
भारतीय वैज्ञानिक डॉ. स्वाति नायक नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार के लिए नामित।
प्रमुख बिंदु
- अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (IRRI) में कार्यरत भारतीय वैज्ञानिक डॉ. स्वाति नायक को विश्व खाद्य पुरस्कार फाउंडेशन द्वारा फील्ड अनुसंधान और अनुप्रयोग के लिए वर्ष 2023 का नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- डॉ. स्वाति नायक को जलवायु-लचीला और पौष्टिक चावल की किस्मों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, मांग-संचालित चावल बीज प्रणालियों में छोटे किसानों को शामिल करने में उनके अभिनव काम के लिए जाना जाता है।
- वह नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में बीज प्रणाली और उत्पाद प्रबंधन की दक्षिण एशिया प्रमुख हैं।
- यह पुरस्कार हरित क्रांति के मुख्य वास्तुकार नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. नॉर्मन बोरलॉग की स्मृति में दिया जाता है ।
- यह पुरस्कार खाद्य एवं पोषण सुरक्षा और भूख उन्मूलन में योगदान देने वाले 40 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिकों को दिया जाता है।
नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार
- वर्ष 1970 में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता डॉ. नॉर्मन ई. बोरलॉग ने विश्व खाद्य पुरस्कार की कल्पना की थी।
- विश्व खाद्य पुरस्कार (जनरल फूड्स कॉरपोरेशन द्वारा प्रायोजित) की शुरुआत वर्ष 1986 में की गई थी।
- इसे खाद्य और कृषि के लिये नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize for Food and Agriculture) के रूप में भी जाना जाता है।
- भारत के हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन 1987 में इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता थे।
प्रश्न: विश्व खाद्य पुरस्कार फाउंडेशन द्वारा फील्ड अनुसंधान और अनुप्रयोग के लिए वर्ष 2023 का नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार से किसे सम्मानित किया गया है।
(a) मुथैया वनिता:
(b) डॉ. स्वाति नायक
(c) डॉ. मृदुला देवी
(d) जानकी अम्माल
उत्तर: (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : कृषि क्षेत्र में प्रमुख भारतीय महिला वैज्ञानिकों के योगदान का उल्लेख कीजिए।
|
स्रोतः प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया