चर्चा में क्यों?
- हाल ही में केरल के स्वास्थ्य विभाग ने एर्नाकुलम जिले में नोरोवायरस के दो मामलों की पुष्टि की।
क्या है नोरोवायरस?
- नोरोवायरस एक वायरल बीमारी है जो विश्व स्तर पर आंत्रशोथ का सबसे आम कारण है।
- इसे कभी-कभी पेट का फ्लू या पेट का कीड़ा भी कहा जाता है।
- नोरोवायरस एक बहुत ही संक्रामक वायरस है जो उल्टी और दस्त का कारण बनता है। हालांकि यह संक्रमण जानलेवा नहीं होता है।
- नोरोवायरस पेट या आंतों की सूजन का कारण बनता है। इसे एक्यूट गैस्ट्रोएंटेराइटिस कहा जाता है।
- हालांकि, नोरोवायरस बीमारी फ्लू से संबंधित नहीं है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है।
वैश्विक परिदृश
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, विश्व स्तर पर नोरोवायरस के सालाना 68.5 करोड़ मामले देखे जाते हैं, जिसमें पांच साल से कम उम्र के बच्चों में 20 करोड़ मामले शामिल हैं।
नोरोवायरस के कारण
- किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आना
- दूषित भोजन या पानी का सेवन करना
- दूषित सतहों को छूना
- बिना धुले हाथों को अपने मुंह में डालना
नोरोवायरस के लक्षण
- वायरस के संपर्क में आने के एक या दो दिन बाद ही संक्रमित व्यक्ति को उलटी और दस्त की परेशानी शुरू हो जाती है।
- मरीज को मिचली (उलटी जैसा अहसास) होती है और पेट में दर्द, बुखार, सिरदर्द और बदन दर्द महसूस होता है।
- नोरोवायरस बीमारी वाले अधिकांश लोग 1 से 3 दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं।
नोरोवायरस से बचाव के उपाय
- अपने हाथ बार-बार धोएं
- फलों और सब्जियों को धो लें
- बीमार होने पर और लक्षण समाप्त होने के बाद दो दिनों तक घर पर रहें।
उपचार
- नोरोवायरस बीमारी वाले लोगों के इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा नहीं है।