New
IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

उत्तर-पूर्व ग्रामीण आजीविका परियोजना

(प्रारंभिक परीक्षा: आर्थिक और सामाजिक विकास- सतत् विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि)
(मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र- 2: सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।)

संदर्भ

  • पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (DoNER) मंत्री जी.कृष्ण रेड्डी ने ‘उत्तर-पूर्व ग्रामीण आजीविका परियोजना’ (NERLP) के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का लोकसभा में उत्तर दिया।

प्रमुख बिंदु

  • एन.ई.आर.एल.पी. वर्ष 2012 से वर्ष 2019 तक पाँच वर्षों के लिये लागू की गई थी। इसका उद्देश्य 4 पूर्वोत्तर राज्यों – मिज़ोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा – के 11 ज़िलों के 1,645 गाँवों में आजीविका में सुधार करना था। इस योजना में विशेष रूप से महिलाओं, बेरोज़गार युवाओं और वंचित वर्गों पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
  • इस परियोजना में मिज़ोरम, नागालैंड और सिक्किम के दो-दो ज़िले, जबकि त्रिपुरा के 5 ज़िले शामिल थे। ये ज़िले हैं–
  1. मिज़ोरम– आइजोल और लुंगलेई
  2. नागालैंड– पेरेन और तुएनसांग
  • सिक्किम– दक्षिण सिक्किम और पश्चिम सिक्किम
  1. त्रिपुरा– पश्चिम त्रिपुरा, सिपाहीजला, खोवाई, उनाकोटी और उत्तरी त्रिपुरा
  • इस परियोजना के माध्यम से 10,462 पुरुषों और महिलाओं को विभिन्न कार्य-कौशलों में प्रशिक्षित किया गया। इस परियोजना के तहत 28,154 स्वयं सहायता समूहों को 319.15 करोड़ रुपए का ‘सामुदायिक निवेश कोष’ (CIF) जारी किया।
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR