प्रारंभिक परीक्षा – सेटेलाइट (satellite) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
उत्तर कोरिया ने चोल्लिमा- 1 (Chollima-1) रॉकेट को 21 नवंबर 2023 को लांच किया।
प्रमुख बिंदु
- दक्षिण कोरिया और जापान के अनुसार उत्तर कोरिया ने चोल्लिमा- 1(Chollima-1) रॉकेट के माध्यम से पहले जासूसी सेटेलाइट(मल्लीगयोंग-1) को कक्षा में स्थापित किया।
- वर्ष 2023 में जासूसी सेटेलाइट लांच करने की उत्तर कोरिया का यह तीसरा प्रयास है।
- इससे पहले मई और अगस्त 2023 में किए गए प्रयासों में उत्तर कोरिया विफल हो चुका था।
- उत्तर कोरिया ने जापान के तटरक्षक को सूचित किया था कि वह 22 और 30 नवंबर के बीच किसी भी समय सेटेलाइट लांच कर सकता है।
- उत्तर कोरिया ने जापान को प्रक्षेपण की जानकारी इसलिए दी है क्योंकि जापान का तट रक्षक बल पूर्वी एशिया में समुद्री सुरक्षा सूचनाओं का समन्वय और उनका आदान- प्रदान करता है।
- उत्तर कोरिया का कहना है कि अपने प्रतिद्वंद्वियों पर नजर रखने के लिए उसे अंतरिक्ष-आधारित निगरानी प्रणाली की आवश्यकता है।
- यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि उत्तर कोरिया ने रूस की सहायता से मल्लीगयोंग-1(Malligyong-1 Satellite) सेटेलाइट को कक्षा में स्थापित किया।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- उत्तर कोरिया ने चोल्लिमा- 1 (Chollima-1) रॉकेट को 21 नवंबर 2023 को लांच किया।
- वर्ष 2023 में सेटेलाइट लांच करने की उत्तर कोरिया का यह प्रथम प्रयास है।
- उत्तर कोरिया इससे अपने प्रतिद्वंद्वियों पर नजर रख सकता है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : अंतरिक्ष-आधारित निगरानी प्रणाली के महत्व का उल्लेख कीजिए।
|
स्रोत:the hindu