वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण के दौरान वित्तीय सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) के अंतर्गत NPS 'वात्सल्य' योजना की घोषणा की है।
NPS 'वात्सल्य' योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य परिवारों को अपने बच्चों की बढ़ती उम्र के साथ उनकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करना है।
NPS 'वात्सल्य' योजना के प्रमुख प्रावधान
- यह योजना अवयस्कों (18 वर्ष से कम उम्र) के लिए है, जिसमें माता-पिता बच्चों की ओर से NPS खाते में निवेश कर सकते हैं।
- बच्चे के वयस्क (18 वर्ष) होने पर अकाउंट रेगुलर NPS में बदल जाएगा।
- बच्चे के वयस्क होने पर, इस योजना को आसानी से गैर-NPS योजना में भी बदला जा सकता है।
योजना के लाभ
- यह योजना बच्चों के भविष्य के लिए वित्तीय नियोजन के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रदान करती है।
- यह मौजूदा NPS की तरह ही काम करती है, जो व्यक्तियों को अपने पूरे करियर में नियमित योगदान देकर रिटायरमेंट फंड बनाने में मदद करती है।
- NPS योगदान को स्टॉक और बॉन्ड जैसे बाजार से जुड़े साधनों में निवेश किया जाता है, जो पारंपरिक निश्चित आय विकल्पों की तुलना में अधिक रिटर्न की संभावना प्रदान करता है।
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) क्या है?
- भारत के सभी नागरिकों को रिटायरमेंट आय देने के लिए 2004 में केंद्र सरकार द्वारा NPS योजना लाई गई थी।
- पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवेलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) द्वरा NPS को विनियमित किया जाता है।
- बजट 2024-25 में नियोक्ता NPS अंशदान सीमा वेतन के 10% से बढ़ाकर 14% कर दी गई है।
NPS में कौन शामिल हो सकता है
- कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 18 से 70 साल की हो, वो NPS खाता खुलवा सकता है।
- अनिवासी भारतीय और ओवरसीज सिटीजन भी इस NPS खाता खुलवा सकते हैं।
NPS योजना के लाभ
- योजना के प्रतिभागी अपनी इच्छानुसार इक्विटी, कॉरपोरेट बॉन्ड, गवर्नमेंट बॉन्ड के बीच फंड एलोकेशन चुन सकते हैं। ऑटो-चॉइस लाइफसाइकल फंड चुनने का भी ऑप्शन है।
- रिटायरमेंट पर, कॉर्पस के एक हिस्से का इस्तेमाल एन्यूटी खरीदने के लिए होता है।
- आयकर अधिनियम की धारा 80C और 80CCD(1B) के तहत छूट भी प्राप्त की सकती है ।
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