प्रारंभिक परीक्षा – परमाणु ब्रीफकेस(Nuclear briefcase) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चीन यात्रा के दौरान परमाणु ब्रीफ़केस के साथ देखा गया।
प्रमुख बिंदु
- बीजिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के परमाणु ब्रीफकेस ले जाने वाले अधिकारियों के साथ दिखाया गया जिसका उपयोग परमाणु हमले का आदेश देने के लिए किया जा सकता है।
- रूस का परमाणु ब्रीफ़केस पारंपरिक रूप से एक नौसेना अधिकारी द्वारा ले जाया जाता है।
- ‘चेगेट’ (काकेशस पर्वत में माउंट चेगेट के नाम पर) के नाम से जाना जाने वाला ब्रीफकेस हर समय रूसी राष्ट्रपति के पास रहता है।
परमाणु ब्रीफकेस (Nuclear briefcase)
- परमाणु ब्रीफकेस एक सुरक्षित संचार उपकरण है जो राष्ट्रपति को उनके सैन्य शीर्ष अधिकारियों से जोड़ता है और इसलिए अत्यधिक गुप्त कज़बेक (Kazbek) इलेक्ट्रॉनिक कमांड-एंड-कंट्रोल नेटवर्क के माध्यम से रॉकेट बलों से जोड़ता है।
- कमांड नामक अनुभाग में दो बटन थे: एक सफेद "लॉन्च" बटन और एक लाल "रद्द करने वाला बटन।
- ब्रीफकेस परमाणु हमलों के प्रक्षेपण को अधिकृत करने के लिए एक बड़ी प्रणाली का हिस्सा है।
- यह एक सुरक्षित संचार सेटअप का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश के रॉकेट बलों को परमाणु हमले के आदेश देना है।
- सेनाओं के बीच संचार 'काज़बेक' इलेक्ट्रॉनिक कमांड-एंड-कंट्रोल नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है। काज़बेक एक अन्य प्रणाली का समर्थन करता है, जिसे 'काव्काज़ (Kavkaz) के नाम से जाना जाता है।
- रूसी राष्ट्रपति के अलावा रक्षा मंत्री और चीफ ऑफ जनरल स्टाफ के पास एक-एक ब्रीफकेस होता है और हमले के संभावित आदेश के मामले में तीनों को समन्वय करना होता है। राष्ट्रपति अपने विदेश दौरों पर भी ब्रीफकेस ले जाते हैं।
- रूस ने 2019 में टेलीविजन पर अपने देश के न्यूक्लियर ब्रीफकेस के कंटेंट को दिखाया था।
- ब्रीफकेस में परमाणु हमला शुरू करने के लिए रियल बटन, कोड वाला एक फ्लैश कार्ड और न्यूमेरिकल इंस्ट्रक्शन दर्ज करने के लिए एक कीपैड था।
- ब्रीफकेस को पहली बार रूसी राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव के पदभार संभालने (1990-91) के आसपास ही सेवा में लाया गया था।
अन्य देशों के पास परमाणु ब्रीफकेस
- अमेरिकी राष्ट्रपति के पास एक ऐसा ही ब्रीफकेस होता है जिसे आधिकारिक तौर पर प्रेसिडेंशियल इमरजेंसी सैथेल कहा जाता है।
- 1960 के दशक के मिशन 'ड्रॉपकिक' (अमेरिकी फुटबॉल से संबंधित एक शब्द) के बाद इसे 'फुटबॉल' उपनाम दिया गया था।
- ऐसा माना जाता है कि इसकी शुरुआत जॉन एफ कैनेडी के युग में हुई थी, जो इस बात को लेकर चिंतित थे कि उस समय की दो महाशक्तियों (अमेरिका और यूएसएसआर) के बीच शीत युद्ध के युग में परमाणु हमले के आदेशों को जल्दी से कैसे सत्यापित किया जाएगा।
कैसे हुई न्यूक्लियर ब्रीफकेस की शुरुआत
- 1940 के दशक में परमाणु बम के निर्माण और उपयोग के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति ड्वाइट डेविड आइजनहावर ने परमाणु हमले से सुरक्षा के लिए न्यूक्लियर ब्रीफकेस की शुरुआत की।
- 1950 के दशक के शुरुआत में उन्होंने एक सैन्य सहयोगी को दस्तावेजों से भरा एक बैग ले जाने का निर्देश दिया जिससे राष्ट्रपति जब भी वाशिंगटन छोड़ें तो देश के मिलिट्री हेडक्वार्टर्स के साथ एक एक्शन प्लान के बारे में बात कर सकें।
- आइजनहावर के बैग में आपातकालीन कार्रवाई दस्तावेज शामिल थे जिससे कोई अन्य देश अगर हमला करता है तो राष्ट्रपति इस बैग के जरिए संयुक्त राज्य अमेरिका की कार्रवाई पर नियंत्रण कर सके।
- परमाणु हमले की स्थिति में राष्ट्रपति सरकार का नियंत्रण अपने हाथ में ले सकते हैं और वह सभी प्रकार के काम कर सकते हैं जो शांतिकाल में करने की अनुमति नहीं होती है।
- आइजनहावर ने अगले राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी को यह ब्रीफकेस सौंपा तब से अब तक यह विरासत के रूप में संभाला जा रहा हैं।
- हालांकि समय-समय पर इस ब्रीफकेस के अंदर के डॉक्यूमेंट्स और अन्य कंटेंट में बदलाव किए जाते रहे हैं।
- इस ब्रीफकेस को कैनेडी के समय पर फुटबॉल जैसा लुक दिया जाने लगा था और तब से ही इसे न्यूक्लियर फुटबॉल कहते हैं।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- 1940 के दशक में परमाणु बम के निर्माण और उपयोग के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति ड्वाइट डेविड आइजनहावर ने अमेरिका परमाणु हमले से सुरक्षा के लिए न्यूक्लियर ब्रीफकेस की शुरुआत की।
- चेगेट के नाम से जाना जाने वाला ब्रीफकेस हर समय रूसी राष्ट्रपति के पास रहता है।
- रूस ने 2019 में टेलीविजन पर न्यूक्लियर ब्रीफकेस के कंटेंट को दिखाया था।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : न्यूक्लियर ब्रीफकेस क्या है? न्यूक्लियर ब्रीफकेस के महत्त्व पर प्रकाश डालिए।
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स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस