(प्रारंभिक परीक्षा : समसामयिक घटनाक्रम, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 3: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास व अनुप्रयोग और रोज़मर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव) |
संदर्भ
केरल शास्त्र साहित्य परिषद की एक शाखा ‘कानून एवं नैतिकता का उपयोग करते हुए छद्म विज्ञान के विरुद्ध अभियान’ (Campaign Against Pseudo Science Using Law and Ethics : CAPSULE) ने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के समक्ष तीन न्यूट्रास्युटिकल्स उत्पादों के ऑनलाइन विपणन दावों व बिक्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
न्यूट्रास्युटिकल्स के बारे में
- न्यूट्रास्यूटिकल्स (Nutraceuticals) खाद्य स्रोतों से प्राप्त ऐसे उत्पाद होते हैं जिनमें खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले मूल पोषण मूल्य के अलावा अतिरिक्त स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं।
- न्यूट्रास्युटिकल्स का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई परिभाषित गुण नहीं हैं।
- ‘न्यूट्रास्युटिकल’ शब्द दो शब्दों ‘न्यूट्रिएंट’ (पौष्टिक खाद्य घटक) और ‘फार्मास्युटिकल’ (चिकित्सा दवा) से मिलकर बना है।
- यह नाम वर्ष 1989 में अमेरिकी फाउंडेशन फॉर इनोवेशन इन मेडिसिन के संस्थापक स्टीफन डेफेलिस ने गढ़ा था।
न्यूट्रास्युटिकल्स का वर्गीकरण
- इन उत्पादों को उनके प्राकृतिक स्रोतों, औषधीय घटकों और उत्पादों की रासायनिक संरचना के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
- न्यूट्रास्यूटिकल्स को प्रमुख रूप से 4 श्रेणियों में विभाजित किया जाता है :
- आहार पूरक : ऐसे उत्पाद जिसमें खाद्य उत्पादों से प्राप्त पोषक तत्व होते हैं जो तरल, कैप्सूल, पाउडर या गोली के रूप में केंद्रित होते हैं।
- कार्यात्मक भोजन : कार्यात्मक भोजन में संपूर्ण खाद्य पदार्थ और फोर्टिफाइड, समृद्ध या संवर्धित आहार घटक शामिल होते हैं। ये दीर्घकालिक बीमारी के जोखिम को कम कर सकते हैं और इसमें शामिल पारंपरिक पोषक तत्वों से परे स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं।
- औषधीय भोजन : इसको एक योग्य चिकित्सक की देखरेख में आंतरिक रूप से सेवन करने के लिए तैयार किया जाता है। इसका इच्छित उपयोग किसी बीमारी या स्थिति का विशिष्ट आहार प्रबंधन है जिसके लिए पोषण संबंधी विशिष्ट आवश्यकताओं को चिकित्सा मूल्यांकन एवं मान्यता प्राप्त वैज्ञानिक सिद्धांतों के आधार पर स्थापित किया जाता है।
- फार्मास्यूटिकल्स : फ़ार्मास्यूटिकल्स संशोधित कृषि फसलों या जानवरों से उत्पादित चिकित्सकीय रूप से मूल्यवान घटक होते हैं।
न्यूट्रास्युटिकल्स के स्वास्थ्य लाभ
- न्यूट्रास्यूटिकल्स का उपयोग स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, पुरानी बीमारियों को रोकने, आयु बढ़ने की प्रक्रिया को स्थगित करके जीवन प्रत्याशा को बढ़ाने या शरीर के कार्यों एवं संपूर्ण स्वास्थ्य का समर्थन करने में किया जा सकता है।
- इन उत्पादों को मधुमेह, गुर्दे एवं जठरांत्र संबंधी विकारों के साथ-साथ विभिन्न संक्रमणों जैसी जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वस्थ स्रोत माना जाता है।
- न्यूट्रास्यूटिकल्स की एक विस्तृत शृंखला प्रतिरक्षा स्थिति और कुछ रोग स्थितियों के प्रति संवेदनशीलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- न्यूट्रास्यूटिकल्स अल्जाइमर रोग, हृदय रोग, नेत्र रोग, पार्किंसंस रोग, कैंसर, एलर्जी एवं मोटापे सहित ऑक्सीडेटिव तनाव से संबंधित रोग-संशोधित संकेत भी प्रदर्शित करते हैं।
संबंधित चिंताएँ
- विनियमन की कमी : न्यूट्रास्युटिकल्स वैश्विक रूप से परिभाषित नहीं हैं, जिससे इनके विनियमन में चुनौती बनी हुई है।
- भ्रामक मार्केटिंग प्रचार : इन उत्पादों को वास्तविक नैदानिक साक्ष्य के आधार पर बेचे जाने के बजाय मार्केटिंग प्रचार द्वारा बेचा जाता है।
- मानव परीक्षणों का अभाव : न्यूट्रास्युटिकल्स के मानव परीक्षणों में कमी के कारण स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रभावकारिता के लिए ठोस सबूत नहीं है।
- गुणवत्ता में कमी : फार्मा कंपनियों द्वारा इन उत्पादों के लिए आवश्यक घटकों के स्थान पर सस्ते जैविक पदार्थों का प्रयोग किया जाता है जिससे इनकी गुणवत्ता एवं संभावित स्वास्थ्य लाभ पर प्रभाव पड़ता है।