पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, ओल डोइन्यो लेंगाई (Ol Doinyo Lengai) ज्वालामुखी विगत 10 वर्षों से तेज़ी से धंस रहा है।
ओल डोइन्यो लेंगई ज्वालामुखी के बारे में
- भौगोलिक अवस्थिति : नैट्रॉन झील के दक्षिणी तट पर तंजानिया में स्थित एक स्ट्रैटोवोलकानो (Stratovolcano)
- यह पूर्वी अफ़्रीकी भ्रंश प्रणाली के किनारे स्थित कई ज्वालामुखियों में से एक है।
- स्थानीय नाम : स्थानीय मासाई लोगों द्वारा ‘ईश्वर के पर्वत’ के रूप में नामित
- विशेषता : नैट्रोकार्बोनेटाइट्स लावा वाला दुनिया का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी
- नैट्रोकार्बोनेटाइट्स लावा अत्यंत चिपचिपा प्रकार का मैग्मा होता है जो सोडियम, पोटेशियम एवं कैल्शियम कार्बोनेट से समृद्ध होता है किंतु इसमें सिलिकॉन की मात्रा कम पाई जाती है।
- कार्बोनेटाइट मैग्मा सामान्य पानी की तरह प्रवाहित होता है।
- इस ज्वालामुखी के एक से अधिक सक्रिय केंद्र हैं। ओल डोइन्यो लेंगाई के उपजाऊ निचले क्षेत्रों पर अंगूर एवं खट्टे फलों के बागान स्थित हैं।
- सैटेलाइट डाटा के अनुसार ओल डोइन्यो लेंगाई प्रति वर्ष लगभग 3.6 सेमी. की दर से धंस रहा है।
ज्वालामुखी धंसाव का कारण
- इस घटना का कारण ज्वालामुखी के दो क्रेटर में से एक के नीचे खाली जलाशय का होना हो सकता है।
- यह भंडार ज्वालामुखी से तीन किमी. या उससे अधिक नीचे स्थित एक बड़े मैग्मा भंडार से जुड़ा हो सकता है।
नैट्रॉन झील
- अवस्थिति : तंजानिया-केन्या सीमा पर
- यह ग्रेगरी रिफ्ट (Gregory Rift) में स्थित है, जो पूर्वी अफ्रीकी रिफ्ट की पूर्वी शाखा है।
- रामसर साइट : वर्ष 2001 में तंजानिया की लेक नैट्रॉन बेसिन रामसर सूची में शामिल
- विशिष्टता : लेक नैट्रॉन में गर्म पानी, लवण, कास्टिक सोडा एवं मैग्नेसाइट जमाव की एक अनूठी संरचना विद्यमान
- पर्यावरणीय महत्त्व : अफ्रीका के लेसर फ्लेमिंगो के लिए एकमात्र नियमित प्रजनन क्षेत्र