चर्चा में क्यों
फार्माकोपिया कमीशन फॉर इंडियन मेडिसिन एंड होम्योपैथी (आयुष मंत्रालय) तथा इंडियन फार्माकोपिया कमीशन (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय) ने ‘वन हर्ब, वन स्टैंडर्ड’ को बढ़ावा देने और इसे सुगम बनाने के उद्देश्य से अंतर-मंत्रालयी सहयोग के लिये एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया।
प्रमुख बिंदु
- यह ज्ञापन आयुष मंत्रालय के ‘वन हर्ब, वन स्टैंडर्ड’ को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- ‘वन हर्ब, वन स्टैंडर्ड’ के तहत वर्गीकृत लेख (Monograph) के प्रकाशन का एकमात्र अधिकार फार्माकोपिया कमीशन फॉर इंडियन मेडिसिन एंड होम्योपैथी (PCIM&H) के पास होगा।
- लेख की तकनीकी सामग्री पी.सी.आई.एम.एच. और इंडियन फार्माकोपिया कमीशन (IPC) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की जाएगी।
उद्देश्य
- इस समझौता ज्ञापन का प्राथमिक उद्देश्य सामंजस्यपूर्ण हर्बल दवा मानकों के विकास को सुविधाजनक बनाना।
- सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिये सहयोगात्मक प्रयासों का विकास करना।
- पारंपरिक चिकित्सा के मानकीकरण के उद्देश्य से सूचनाओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिये व्यापक सहयोग को सुगम बनाना।
- मानकों के सामंजस्य से ‘वन हर्ब, वन स्टैंडर्ड एंड वन नेशन’ का मार्ग प्रशस्त करना।
- भारत में व्यापार सुगमता में सुधार करना तथा भारतीय वनस्पति के समग्र व्यापार में सुधार लाना।