हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने ओरल हैजा वैक्सीन (Oral Cholera Vaccine : OCV) ‘हिलकॉल’ (BBV131) लॉन्च की है। इसे हिलमैन लैबोरेटरीज के लाइसेंस के तहत विकसित किया गया है।
'ओरल हैजा वैक्सीन का जनक' के जनक जन होल्मग्रेन के आनुसार यह वैश्विक हैजा रोकथाम प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वर्ष 2030 तक हैजा को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।
हिलकॉल वैक्सीन की विशेषताएँ
उच्च गुणवत्ता : बहु-चरणीय नैदानिक मूल्यांकन प्रक्रिया ने टीके की सुरक्षा, प्रतिरक्षात्मकता और मौजूदा OCVs की तुलना में उच्च गुणवत्ता की पुष्टि की है। यह हैजा के नए स्ट्रेन के विरुद्ध प्रतिरक्षा प्रदान करने में सक्षम है।
सभी आयु वर्गों के लिए सुरक्षित :हिलकॉल वैक्सीन की दो खुराकें 14 दिनों के अंतराल के साथ दी जाती है। यह एक वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए उपयुक्त है।
हैजा की अन्य वैक्सीन
वर्तमान में WHO द्वारा अनुमोदित तीन ओरल हैजा वैक्सीन (OCV) उपलब्ध हैं:
डुकोरल
शांचोल
यूविचोल-प्लस
हैजा के बारे में
हैजा एक तीव्र दस्त संक्रमण है जो ‘विब्रियो कोलेरा’ नामक जीवाणु से दूषित भोजन या जल के सेवन के कारण होता है।
हैजा को नियंत्रित करने और मौतों को कम करने के लिए निगरानी, जल, स्वच्छता, सामाजिक गतिशीलता, उपचार और मौखिक हैजा टीकों का उपयोग किया जाता है।
संक्रमित लोगों में से अधिकांश में कोई लक्षण नहीं होते हैं या हल्के लक्षण होते हैं और उनका मौखिक पुनर्जलीकरण समाधान (ORS) के साथ सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है।
गंभीर मामलों में अंतःशिरा तरल पदार्थ और एंटीबायोटिक दवाओं के साथ तेजी से उपचार की आवश्यकता होती है।