प्रारम्भिक परीक्षा- राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम)
(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2 : भारत और उसके पड़ोसी-संबंध और पर्यावरण एवं जैव विविधता)
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संदर्भ
मलेशिया ने पॉम ऑइल की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए चीन के ‘पांडा कूटनीति’ से प्रेरित होकर 'ऑरंगुटान कूटनीति' पर विचार करने का निर्णय लिया है।
क्या है ऑरंगुटान कूटनीति
- मलेशिया जैव विविधता के संरक्षक के रूप में अपनी साख बढ़ाने के उद्देश्य से प्रमुख पाम-तेल आयातक देशों को ओरंगुटान उपहार में देने की योजना बना रहा है।
- इस योजना के अंतर्गत यूरोपीय संघ, भारत एवं चीन जैसे व्यापारिक साझेदारों को ओरंगुटान प्रदान करना शामिल है, जो भोजन से लेकर सौंदर्य प्रसाधनों तक विभिन्न उत्पादों में उपयोग के लिए बड़ी मात्रा में पॉम ऑइल का आयात करते हैं।
क्या आप जानते हैं?
इंडोनेशिया एवं मलेशिया दुनिया के शीर्ष पॉम ऑइल उत्पादक देश हैं जिनकी सामूहिक रूप से वैश्विक पॉम ऑइल उत्पादन में लगभग 85% हिस्सेदारी है।
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क्या है पांडा कूटनीति
- पांडा को सबसे पहले चीन ने तांग राजवंश (618-907 ईस्वी) के दौरान राजनयिक उपहार के रूप में प्रस्तुत किया था। यह परंपरा वर्तमान समय तक जारी है और इसे प्राय: ‘पांडा कूटनीति’ के रूप में जाना जाता है।
- वर्ष 1984 के बाद से पांडा को उपहार के रूप नहीं प्रस्तुत किया जाता है, बल्कि अब इन्हें 10 वर्षों के लिए ऋण (Debt) दिया जाता है और इस अवधि को बढ़ाया जा सकता है।
- इससे चीन को विदेशों में अपनी छवि को बढ़ावा देने व ‘गुआनक्सी’ (विश्वास के लिए एक मंदारिन शब्द) बनाने में सहायता मिली है।
ऑरंगुटान के बारे में
- सबसे बड़ा वृक्षवासी स्तनपायी हैं, जो अपना अधिकांश समय वृक्षों पर व्यतीत करता है।
- ऑरंगुटान का अर्थ: मलय भाषा में ‘जंगल का व्यक्ति’
- वैज्ञानिक नाम: पोंगो अबेली, पोंगो पाइग्मियस
- विशेषताएं:
- शरीर पर विशिष्ट लाल फर, लंबी, शक्तिशाली भुजाएँ और पकड़ने वाले हाथ व पैर उन्हें पेड़ों की शाखाओं के माध्यम से आगे बढ़ने में सहायता करते हैं।
- फ़्लैंग्ड नर में महत्वपूर्ण रूप से गाल पैड होते हैं जिन्हें ‘फ़्लैंज’ कहा जाता है और एक गले की थैली का उपयोग ज़ोर से बोलने के लिए किया जाता है जिसे ‘लॉन्ग कॉल’ कहा जाता है।
- बिना फ़्लैंग्ड वाला नर एक वयस्क मादा जैसा दिखता है।
- ये बड़े वानर मनुष्यों के 96.4% जीन को साझा करते हैं और ये अत्यधिक बुद्धिमान जीव हैं।
- आवास व प्रसार
- ऑरंगुटान विशेष रूप से आर्बरियल हैं, जिसका अर्थ है कि वे उष्णकटिबंधीय वर्षावनों के पेड़ों के बीच रहते हैं।
- ये मुख्य रूप से दक्षिण पूर्व एशियाई द्वीपों, बोर्नियो और सुमात्रा के वर्षावनों में पाए जाते हैं।
- प्रजाति : वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर के अनुसार, ऑरंगुटान की तीन प्रजातियां हैं- बोर्नियन, सुमात्राण व तपानुली।
- आहार: लीची और अंजीर जैसे जंगली फल।
- खतरा: मानवीय हस्तक्षेप और पर्यावास की हानि तथा जलवायु परिवर्तन
- IUCN स्थिति : अतिसंकत ग्रस्त (CR)
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