प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी, मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन, मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद, सच्चर समिति मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-2 |
संदर्भ-
हाल ही में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन (MEF) को बंद करने का आदेश दिया।
मुख्य बिंदु-
- मंत्रालय ने यह निर्णय केंद्रीय वक्फ परिषद (CWC) के एक प्रस्ताव के बाद लिया है।
- CWC अल्पसंख्यक मंत्रालय की एक इकाई है, जो देश में अल्पसंख्यकों के लिए शैक्षिक पहल की देखरेख करती है।
- मंत्रालय द्वारा 7 फरवरी, 2024 को एक नोटिस जारी कर मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन को 'जल्द से जल्द' बंद करने का निर्देश दिया गया था।
- मंत्रालय ने MEF के अधिशेष निधि को भारत की समेकित निधि में स्थानांतरित करना भी अनिवार्य कर दिया है।
- इन संपत्तियों को केंद्रीय वक्फ परिषद को हस्तांतरित किया जाएगा, जो MEF के प्रभावित कर्मचारियों की प्रशासनिक जिम्मेदारी लेगा।
मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन (MEF) की स्थापना -
- इसकी स्थापना प्रथम शिक्षा मंत्री और स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद की जन्म शताब्दी पर वर्ष, 1989 में की गई थी।
- इसे 6 जुलाई 1989 को सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत किया गया था।
- यह एक स्वैच्छिक, गैर-राजनीतिक , गैर-लाभकारी सामाजिक सेवा संगठन है।
- इसका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय के शैक्षिक रूप से वंचित वर्गों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देना है।
- इसके तहत किसी योजना का लाभ प्राप्त करने वाले 6 अल्पसंख्यक समुदाय हैं- मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, पारसी और जैन ।
MEF का प्रबंधन-
- यह पूरी तरह से अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है।
- माननीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री फाउंडेशन के पदेन अध्यक्ष होते हैं ।
- फाउंडेशन का प्रबंधन इसके शासी निकाय द्वारा किया जाता है।
- इसमें सामान्य निकाय के सदस्यों में से चुने गए अध्यक्ष सहित 6 सदस्य होते हैं।
- फाउंडेशन की आम सभा की बैठक में 15 सदस्य शामिल होते हैं।
- इसमें 6 पदेन सदस्यों के अतिरिक्त 9 सदस्य MEF द्वारा नामित होते हैं।
MEF द्वारा किए गए प्रमुख कार्य-
- इसके द्वारा शुरू किए गए फेलोशिप कार्यक्रम के अंतर्गत,
- जूनियर रिसर्च फेलो (JRF) को पहले दो वर्षों के लिए 31,000 रुपये मासिक मिलते थे।
- सीनियर रिसर्च फेलो (SRF) को शेष अवधि के लिए 35,000 रुपये प्रति माह दिए जाते थे।
- इस योजना को वर्ष, 2022 में बंद कर दिया गया।
- MEF अल्पसंख्यक समुदाय के छात्राओं के लिए बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति का प्रबंधन करता था।
- यह छात्रवृत्ति प्री-मैट्रिक और पोस्ट-मैट्रिक छात्राओं को दी जाती थी।
- वर्ष, 2023 में इसे प्रधान मंत्री शिक्षा सशक्तिकरण योजना (PMEES) के अंतर्गत शामिल कर लिया गया।
- MEF ने वर्ष,2017-18 में ग़रीब नवाज़ रोजगार योजना की शुरुआत की।
- इसका उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को कौशल-आधारित रोजगार के माध्यम से सहायता देना था
- इस योजना के द्वारा अल्पसंख्यकों को अल्पकालिक नौकरी उन्मुख कौशल विकास शिक्षा दी जाती थी।
सच्चर समिति-
- भारत सरकार ने मार्च 2005 में दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर की अध्यक्षता में 7 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया।
- इस समिति का कार्य भारत में मुस्लिम समुदाय की सामाजिक-आर्थिक और शैक्षिक स्थिति की जांच करना था।
- इस समिति ने ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सभी संकेतकों में;
- मुस्लिम समुदाय के लोग अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति से कुछ ऊपर हैं।
- वे हिंदूओं के सामान्य वर्ग एवं अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अन्य अल्पसंख्यकों से नीचे हैं।
- इसके बाद वर्ष, 2006 में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का गठन किया गया।
- MEF को इस मंत्रालय के अधीन कर दिया गया।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद –
- 11 नवंबर 1888 को मौलाना आज़ाद का जन्म मक्का (सऊदी अरब) में हुआ था।
- वह अफगान वंश के बंगाल के मुस्लिम विद्वान मौलाना मुहम्मद खैरुद्दीन के पुत्र थे।
- 1857 के विद्रोह के बाद उनका परिवार सऊदी अरब चला गया था।
- वर्ष, 1890 में वे कलकत्ता लौट आए।
- 12 वर्ष की उम्र में उन्होंने मासिक पत्रिका ‘लिसान-उस-सिडक’ का प्रकाशन किया।
- उनकी पत्रिकाओं अल-हिलाल और अल-बालाघ पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था।
- वह वर्ष, 1923 में 35 वर्ष की आयु में कांग्रेस पार्टी के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने।
- आज़ाद को नेहरू सरकार में शिक्षा मंत्री नियुक्त बनाया गया था।
- शिक्षा मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना की गई।
- 22 फरवरी 1958 को इनका निधन हो गया।
- मौलाना आज़ाद की जयंती को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- 1992 में इन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- हाल ही में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने इसे बंद कर दिया।
- इसकी स्थापना वर्ष, 1962 में की गई थी।
- इसका कार्य मुस्लिम समुदाय के शैक्षिक रूप से वंचित वर्गों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देना था।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर- (c)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- हाल ही में केंद्र सरकार ने मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन को बंद करने का निर्णय लिया है। इसका अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों पर क्या प्रभव पड़ेगा? विवेचना कीजिए।
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