(प्रारंभिक परीक्षा के लिए - पनामाराम प्रजनन स्थल, हेरॉन (बगुला)
(मुख्य परीक्षा के लिए, सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र:3 – पर्यावरण संरक्षण)
संदर्भ
- केरल राज्य जैव विविधता बोर्ड , पनामाराम ग्राम पंचायत के साथ मिलकर , केरल के मालाबार क्षेत्र में बगुलों के सबसे बड़े प्रजनन स्थल, पनामाराम का संरक्षण कर रहा है।
पनामाराम प्रजनन स्थल
- पनामाराम नदी के किनारे पर स्थित यह स्थान, वाटरबर्ड की नौ प्रजातियों के लिए प्रजनन स्थल है।
- यह केरल राज्य में कैटल एग्रेट का एकमात्र प्रजनन स्थल है, तथा सफेद आईबिस का भी एक प्रमुख प्रजनन केंद्र है।
- कुछ बर्ष पहले तक यहाँ लेसर विस्लिंग बतख, जकाना, और मूर जैसे पक्षी भी बहुतायत में में प्रजनन करने आते थे, परंतु मानवीय हस्तक्षेप के कारण अब इनकी संख्या में कमी आ रही है।
- पनामाराम प्रजनन स्थल, में वैश्विक स्तर पर संकटग्रस्त पक्षियों की विभिन्न प्रजातियाँ पाई जाती है।
- जिसमें सफेद आइबिस, ब्लैक हेडीबिस, पर्पल हेरॉन, लार्ज एग्रेट, मीडियन एग्रेट, लिटिल एग्रेट, पॉन्ड हेरॉन, नाइट हेरॉन, और लिटिल कोरमोरेंट शामिल हैं।
- यह प्रजनन स्थल, वनस्पतियों, मुख्य रूप से बांस के पेड़ों से ढका हुआ है।
- अवैध रेत-खनन तथा बांस के पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई के कारण यह धीरे-धीरे बिलुप्ति की ओर बढ़ रहा है।
- पनामाराम प्रजनन स्थल को संरक्षण रिजर्व के रूप में विकसित करने पर विचार किया जा रहा है।
भारत में हेरॉन (बगुला)
- बगुला भारत सहित एशिया, अफ्रीका, अमेरिका तथा यूरोप महाद्वीप में पाया जाने वाला एक प्रमुख पक्षी है।
- यह दलदली या कम पानी वाले क्षेत्रों में निवास करते है, इनका निवास स्थान आमतौर पर तालाबों के आसपास होता है।
- ये पक्षी समूह में रहना पसंद करते है।
- भारत में हेरॉन की 9 प्रजातियाँ पाई जाती हैं-
- ब्लैक क्राउन्ड हेरॉन (आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- संकटमुक्त)
- ग्रे हेरॉन (आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- संकटमुक्त)
- पर्पल हेरॉन (आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- संकटमुक्त)
- गोलिअथ हेरॉन (आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- संकटमुक्त)
- पॉन्ड हेरॉन (आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- संकटमुक्त)
- नाईट हेरॉन आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- संकटमुक्त)
- चाईनीज पॉन्ड हेरॉन (आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- संकटमुक्त)
- स्ट्राइड हेरॉन (आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- संकटमुक्त)
- व्हाइट-बेलिड हेरॉन (आईयूसीएन संरक्षण स्थिति- घोर-संकटग्रस्त)