संदर्भ
पंचायती राज मंत्रालय ने ग्राम पंचायतों के समग्र विकास के मापन के लिए पंचायत उन्नति सूचकांक (Panchayat Advancement Index : PAI) की शुरुआत की।
पंचायत उन्नति सूचकांक के बारे में
- क्या है : यह स्थानीय स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्रगति के आकलन पर आधारित एक बहु-डोमेन और बहु-क्षेत्रीय सूचकांक है।
- उद्देश्य : इसका उद्देश्य विभिन्न स्थानीय स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों में हासिल अंकों के माध्यम से पंचायतों के विकास अंतराल की पहचान करना और पंचायत को जमीनी स्तर पर साक्ष्य-आधारित योजना के लिए सक्षम बनाना है।
- संकेतक एवं मानदंड : यह सूचकांक किसी पंचायत के अधिकार क्षेत्र में स्थानीय समुदायों के कल्याण और विकास की स्थिति के आकलन के लिए विभिन्न सामाजिक-आर्थिक संकेतकों और मापदंडों को अपनाता है।
- प्रमुख थीम : यह सूचकांक 9 प्रमुख विषयों के आधार पर पंचायतों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है। इन विषयों को सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप तैयार किया गया है इनमें शामिल हैं -
- गरीबी मुक्त और आजीविका युक्त पंचायत
- स्वस्थ पंचायत
- बाल अनुकूल पंचायत
- जल समृद्ध पंचायत
- स्वच्छ और हरित पंचायत
- आत्मनिर्भर आधारभूत संरचना युक्त पंचायत
- सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण और सुरक्षित पंचायत
- सुशासन वाली पंचायत
- महिला अनुकूल पंचायत
राज्यों के प्रदर्शन की विभिन्न श्रेणियाँ
ग्राम पंचायतों को उनके स्कोर के आधार पर पाँच श्रेणियों में बाँटा गया है:
- पूर्ण लक्ष्य प्राप्तकर्ता (Achiever) (90+)
- अग्रणी (Front Runner) (75 से 90)
- बेहतर प्रदर्शन (Performer) (60 से 75)
- आकांक्षी (Aspirant) (40 से 60)
- आरंभिक स्तर पर- (Beginner) (40 से नीचे)।
पंचायतों का समग्र प्रदर्शन
वर्ष 2022-23 के आंकड़ों के अनुसार कुल 2,55,699 ग्राम पंचायतों में से 2,16,285 पंचायतों को शामिल किया गया।
- पूर्ण लक्ष्य प्राप्तकर्ता (Achiever) : कोई भी नहीं
- अग्रणी (Front Runner) : केवल 699 पंचायतें (0.3%)
- बेहतर प्रदर्शन (Performer): 77,298 पंचायतें (35.8%)
- आकांक्षी (Aspirant): 1,32,392 पंचायतें (61.2%)
- आरंभिक स्तर पर- (Beginner): 5,896 पंचायतें (2.7%)
सूचकांक में राज्यवार प्रदर्शन :
विभिन्न श्रेणियों में शीर्ष प्रदर्शनकर्ता राज्य :
- अग्रणी (Front Runner) श्रेणी में :
- गुजरात (346)
- तेलंगाना (270)
- त्रिपुरा (42)
- बेहतर प्रदर्शन (Performer) श्रेणी
- गुजरात
- महाराष्ट्र
- तेलंगाना
- मध्यप्रदेश
- उत्तरप्रदेश
- बिहार, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में कई पंचायतें अभी भी Aspirant श्रेणी में हैं, जिन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
पंचायत उन्नति सूचकांक (PAI) भारत की ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाने और सतत विकास की दिशा में सही दिशा में आगे बढ़ाने का एक प्रभावशाली प्रयास है। यह न केवल पंचायतों को अपने प्रदर्शन को सुधारने का अवसर देता है, बल्कि नीतिगत सुधार, पारदर्शिता, और समावेशी विकास को भी बढ़ावा देता है।