(प्रारंभिक परीक्षा : रिपोर्ट एवं सूचकांक) |
चर्चा में क्यों
हाल ही में केन्द्रीय पंचायती राज तथा मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने पंचायत अंतरण सूचकांक (Panchayat Devolution Index : PDI) रिपोर्ट जारी की।
पंचायत अंतरण सूचकांक रिपोर्ट के बारे में
- पी.डी.आई. रिपोर्ट भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (Indian Institute of Public Administration : IIPA) द्वारा 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल करते हुए तैयार की गई है।
- इसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को छह आयामों के आधार पर रैकिंग प्रदान की गई है:
- रूपरेखा
- कार्य
- वित्त
- पदाधिकारी
- क्षमता वृद्धि
- जवाबदेही
हालिया सूचकांक रिपोर्ट के निष्कर्ष
- वर्ष 2013-14 और 2021-22 के बीच समग्र हस्तांतरण 39.9% से बढ़कर 43.9% हो गया है।
- पंचायत अंतरण सूचकांक में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले 10 राज्य
- कर्नाटक
- केरल
- तमिलनाडु
- महाराष्ट्र
- उत्तर प्रदेश
- गुजरात
- त्रिपुरा
- राजस्थान
- पश्चिम बंगाल
- छत्तीसगढ़
- 50 और 55 के बीच स्कोर के साथ आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और ओडिशा, 'मध्यम स्कोरिंग राज्यों' की श्रेणी में आते हैं, जिनका सभी उप-संकेतकों में सराहनीय प्रदर्शन है।
- क्षमता वृद्धि : वर्ष 2018 में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (RGSA) के शुभारंभ के साथ इस अवधि के दौरान सूचकांक का क्षमता वृद्धि घटक 44% से बढ़कर 54.6% हो गया है।
- स्थानीय निकायों की मजबूती: इस अवधि के दौरान भारत सरकार और राज्यों ने पंचायती राज संस्थानों (PRI) को भौतिक बुनियादी ढाँचा प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं।
- ग्रामीण स्थानीय निकायों को मजबूत करने के लिए अधिकारियों की भर्ती की गई है, जिसके परिणामस्वरूप पदाधिकारियों से संबंधित सूचकांक के घटक में 10% से अधिक (39.6% से 50.9%) की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।