चर्चा में क्यों-
पश्चिम बंगाल विधानसभा द्वारा 'पश्चिमबंगा दिवस' (राज्य का स्थापना दिवस) का दिन निर्धारित करने के लिए गठित समिति ने सिफारिश की है कि 15 अप्रैल को 'बांग्ला दिवस' के रूप में मनाया जाए।
प्रमुख बिंदु-
- समिति ने सिफारिश की है कि स्थापना दिवस 15 अप्रैल को मनाया जाए और इसे बांग्ला दिवस का नाम दिया जाए।
- समिति ने अंतिम निर्णय लेने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है।
- पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को संयोजक और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते सुगाता बोस को सलाहकार बनाकर समिति का गठन किया था।
- बोस ने कहा कि 15 अप्रैल की सिफारिश "इस तारीख को शुभ मानते हुए की गई है और यह बंगाल की संस्कृति से भी मेल खाती है।
- 15 अप्रैल को प्रत्येक वर्ष बंगाली नव वर्ष मनाया जाता है।
- पश्चिमबंगा दिवस के स्थान पर बांग्ला दिवस नाम चुना है क्योंकि यही वह नाम था जिसे तब चुना गया था जब राज्य विधानसभा ने पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने का प्रस्ताव पारित किया था।
- 20 जून को कई राज्यों में पश्चिम बंगाल का स्थापना दिवस मनाया गया था। समिति ने इस तिथि के विरुद्ध प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि 20 जून 1947 को बंगाल विधानसभा में विधायकों के अलग-अलग समूहों की दो बैठकें हुईं थी(पूर्वी पकिस्तान और भारत में शामिल होने के लिए) और यह दिन विभाजन के आघात और हत्याओं का प्रतिबिंब हैं।
- इसलिए समिति ने 20 जून को स्थापना दिवस के रूप में नहीं चुना।
प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- गठित समिति ने सिफारिश की है कि 15 अप्रैल को 'बांग्ला दिवस' के रूप में मनाया जाए।
- राज्य का स्थापना दिवस के लिए ‘पश्चिमबंगा दिवस’ के स्थान पर 'बांग्ला दिवस' नाम दिया गया है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर - (c)
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