New
IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

पश्मीना शॉल

pashmina-shawl

  • पश्मीना शब्द फारसी शब्द 'पश्म' से आया है जिसका अर्थ है मुलायम सोना। 
  • यह विशिष्ट डाई अवशोषक गुण के अलावा अपनी गर्मी, हल्के वजन और कोमलता के लिए जाना जाता है।
  • पश्मीना शॉल को मुगल साम्राज्य के दिनों में रैंक और कुलीनता की वस्तुओं के रूप में प्रसिद्धि मिली।
  • पश्मीना चांगथांगी बकरी से प्राप्त होता है।
    • चांगथांगी जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के ऊंचाई में स्वदेशी बकरी की एक विशेष नस्ल है।
    • इन बकरियों को चांगपा खानाबदोशों द्वारा पाला जाता है।
    • इन बकरियों को अल्ट्रा-फाइन कश्मीरी ऊन के लिए पाला जाता है, जिसे एक बार बुने के बाद पश्मीना के रूप में जाना जाता है। 
    • चांगथांगी बकरियों में एक मोटा अंडरकोट होता है जो पश्मीना ऊन का स्रोत है
    •  चांगथांगी बकरियां सर्दियों के दौरान अपने शरीर से ऊन की ऊपरी परत खुद त्याग देती हैं, इन्हें अलग से काटना नहीं पड़ता है। 
  • पश्मीना को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया का सबसे महंगा कपड़ा होने की मान्यता दी गई है।
  • पश्मीना शॉल को भौगोलिक संकेतक भी प्राप्त है।
  • भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा पश्मीना उत्पादों की शुद्धता को प्रमाणित करने के लिये भारतीय मानक प्रमाणन भी निर्धारित किये गए हैं।
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR