भारतीय नौसेना 4-5 दिसम्बर, 2020 को पूर्वी हिंद महासागर क्षेत्र में रूसी फेडरेशन नेवी के साथ पैसेज अभ्यास (Passage Exercise : PASSEX) कर रही है। उल्लेखनीय है कि 4 दिसम्बर को ‘भारतीय नौसेना दिवस’ मनाया जाता है।
पासेक्स का आयोजन नियमित रूप से भारतीय नौसेना द्वारा अपने मित्र देशों की नौसेनाओं के साथ किया जाता है। इसमें वे एक-दूसरे के बंदरगाहों पर जाकर या समुद्र में किसी निश्चित स्थान पर इसका अभ्यास करते हैं।
इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से स्वदेश निर्मित दिशानिर्देशित मिसाइल युद्धपोत ‘शिवालिक’ और पनडुब्बी रोधी टोही युद्धपोत ‘कदमत्त’ अपने अभिन्न हेलिकॉप्टरों के साथ भाग ले रहे हैं।
साथ ही, रूसी फेडरेशन नेवी की ओर से दिशानिर्देशित मिसाइल क्रूज़र ‘वर्याग’ (Varyag), पनडुब्बी रोधी जहाज़ ‘एडमिरल पेंटेलेयेव’ (Admiral Panteleyev) और मध्यम दूरी का महासागरीय टैंकर ‘पचेंगा’ (Pechenga) हिस्सा ले रहे हैं।
उद्देश्य
इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच अंतर-संचालनीयता में वृद्धि करना, तालमेल को बेहतर करना और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाना है। पासेक्स भारत-रूस रक्षा सम्बंधों की मज़बूती की ओर बढ़ाया गया एक और कदम है।
इस अभ्यास का आयोजन पूर्वी हिंद महासागर क्षेत्र में किया जा रहा है, जो दोनों देशों के बीच मज़बूत दीर्घकालिक रणनीतिक सम्बंधों, विशेष रूप से समुद्री क्षेत्र में रक्षा सहयोग को दर्शाता है।
दोनों नौसेनाओं ने ‘इंद्र नेवी’ (Indra Navy) जैसे नियमित द्वि-वार्षिक अभ्यास के जरिये भी सम्बंधों को मज़बूत करने का प्रयास किया है। विदित है कि ‘इंद्र नेवी’ का पिछला संस्करण उत्तरी हिंद महासागर क्षेत्र में सितम्बर 2020 में आयोजित किया गया था।