चर्चा में क्यों?
हाल ही में अमेरिका ने कोविड- 19 के उपचार के लिये फाइजर की एंटीवायरल दवा (टैबलेट) पैक्सलोविड (Paxlovid) के इस्तेमाल को मंजूरी दी है।
प्रमुख बिंदु
- यह दवा निर्माट्रेलविर और रिटोनविर (Nirmatrelvir and Ritonavir) के संयोजन से बनी है।
- इसे 12 वर्ष से अधिक आयु वाले कोविड मरीजों को इलाज़ में प्रयोग किया जा सकता है।
- यह ऐसी पहली दवा है जिसका इस्तेमाल संक्रमित मरीज घर पर रहकर ही कर सकते हैं।
- पैक्सलोविड टैबलेट प्रोटिएज एंजाइम की गतिविधियों को रोक देता है। विदित है कि यह एंजाइम वायरस के गुणन (Replicate) करने में मदद करता है।
क्रियाविधि
- इस दवा की क्रियाविधि एंटीबॉडीज और वैक्सीन से कुछ अलग है, इसलिये ये ओमिक्रोन के साथ-साथ कोरोना के किसी भी वैरिएंट के खिलाफ कारगर हो सकती है।
- अब तक इसे अमेरिका, यू.के. और कुछ अन्य देशों ने आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है।
- ओमिक्रोन के बढ़ते प्रसार को देखते हुए भारत व अन्य आर्थिक रूप से कमजोर देशों को दिया जाएगा ताकि सभी लोगों को कोरोना की सस्ती दवा उपलब्ध हो सके।
बेक्सोविड
- बांग्लादेश की दवा निर्माता कंपनी बेक्सिमको फार्मा ने पैक्सलोविड के जेनेरिक संस्करण को लॉन्च करने वाली पहली कंपनी बन गई है। इस उत्पाद को ‘बेक्सोविड’ (Bexovid) ब्रांड नाम दिया गया है।
- पैक्सलोविड दवा पेटेंट कानून के तहत संरक्षित है किंतु बांग्लादेश जैसे देश जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने अल्प-विकसित देशों के रूप में वर्गीकृत किया है, ऐसे पेटेंटों की उपेक्षा कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि अल्प-विकसित देशों के लिये ट्रिप्स (TRIPS) संक्रमण जुलाई 2034 तक बढ़ा दी गई है।