प्रारंभिक परीक्षा – प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 2 – शिक्षा |
चर्चा में क्यों?
- शिक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2021-22 के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) 2.0 पर रिपोर्ट जारी की।
- यह रिपोर्ट एक समान पैमाने पर राज्यों/केंद्र शासित क्षेत्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करती है।
कैसे किया गया है तैयार?
- पीजीआई 2.0 ढांचे में 73 संकेतक शामिल हैं, जो डिजिटल पहल और शिक्षक शिक्षा को शामिल करने के अलावा गुणात्मक मूल्यांकन पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं।
- पीजीआई के पिछले संस्करण में राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त ग्रेड/स्तर इस प्रकार इस नए संस्करण में राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त ग्रेड/स्तरों के साथ तुलनीय नहीं हैं।
- प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 संरचना में 73 संकेतकों में 1000 अंक शामिल हैं, जिन्हें 2 श्रेणियों में बांटा गया है, अर्थात, परिणाम, शासन प्रबंधन (जीएम)।
- इन श्रेणियों को 6 डोमेन में विभाजित किया गया है, जिसमें लर्निंग आउटकम (एलओ), एक्सेस (ए), इंफ्रास्ट्रक्चर एंड फैसिलिटीज (आईएफ), इक्विटी (ई), गवर्नेंस प्रोसेस (जीपी) और टीचर्स एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (टीई एंड टी) शामिल है।
राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को दस श्रेणियों में बांटा गया है:
- वर्ष 2021-22 के लिए प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को दस श्रेणियों में वर्गीकृत किया है, अर्थात, उच्चतम ग्रेड दक्ष है, जो कुल 1000 अंकों में से 940 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के लिए है।
- सबसे कम ग्रेड आकांशी-3 है जो 460 तक के स्कोर के लिए है।
- प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 का अंतिम उद्देश्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बहु-आयामी युक्तियों की दिशा में प्रेरित करना है जो सभी आयामों को कवर करते हुए बहुत वांछित इष्टतम शिक्षा परिणाम लाएगा।
- प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 के संकेतकों को प्रगति पर उचित नज़र रखने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन के बाद शुरू की गई नीतिगत पहलों और युक्तियों के साथ जोड़ा गया है।
आगे की राह:
- प्रदर्शन ग्रेडिंग इंडेक्स 2.0 से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अंतराल को इंगित करने और तदनुसार युक्ति के लिए क्षेत्रों को प्राथमिकता देने में मदद मिलने की उम्मीद है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्कूल शिक्षा प्रणाली हर स्तर पर मजबूत है।
- वर्ष 2021-22 में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त पीजीआई 2.0 स्कोर और ग्रेड पीजीआई प्रणाली की प्रभावोत्पादकता का प्रमाण हैं।
- संकेतक-वार पीजीआई 2.0 स्कोर उन क्षेत्रों को दर्शाता है जहां एक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश को सुधार करने की आवश्यकता है।
स्रोत:pib