प्रारम्भिक परीक्षा – पर्माफ्रॉस्ट (Permafrost) मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 (जैव-विविधता , पर्यावरण) |
संदर्भ
हाल ही में वैज्ञानिकों ने आर्कटिक पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने से, कैंसर पैदा करने वाला रेडॉन गैस के निकलने की चेतावनी दी है।
प्रमुख बिंदु :-
- यह रिपोर्ट अर्थ-साइंस रिव्यूज जर्नल में प्रकाशित की गई थी।
- इस रिपोर्ट में, शोधकर्ताओं ने आर्कटिक पर्माफ्रॉस्ट के नीचे खतरनाक गैस ‘रेडॉन’ की उपस्थिति का संकेत दिया है।
पर्माफ्रॉस्ट (Permafrost) :-
- यह पृथ्वी की सतह के नीचे एक स्थायी रूप से मिट्टी, बजरी, रेत एवं जानवरों के अवशेष तथा बर्फ से जमी हुई एक परत है।
- इसका निर्माण दो वर्ष या इससे अधिक समय में होता है।
- इसकी मोटाई 1 मीटर (3 फीट) से लेकर 650 मीटर तक होती है।
- यह 32°F (0°C) से अत्यंत कम तापमान वाले क्षेत्रों में (उत्तरी गोलार्ध) भूमि और समुद्र तल के नीचे पाया जाता है।
- यह आर्कटिक क्षेत्रों जैसे ग्रीनलैंड, अमेरिकी राज्य अलास्का, रूस, चीन और पूर्वी यूरोप में पाया जाता है।
- यह पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में लगभग 22.8 मिलियन वर्ग किलोमीटर (8.8 मिलियन वर्ग मील) क्षेत्र में स्थित है।
पर्माफ्रॉस्ट का महत्व:-
- यह जलवायु परिवर्तन के एक महत्वपूर्ण संकेतक के रूप में जाने जाते हैं।
- यह ठंडे क्षेत्रों में पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए एक संकेत के रूप में कार्य करते हैं।
- आर्कटिक में जमीन को साल भर जमी रखने वाली पर्माफ्रॉस्ट एक टोपी की तरह कार्य करती है, जो विभिन्न प्रकार की गैसों को वायुमंडल में जाने से रोकती है।
नोट:-
- जमी हुई जमीन हमेशा पर्माफ्रॉस्ट नहीं होती है।
- मिट्टी की एक परत जो प्रति वर्ष 15 दिनों से अधिक समय तक जमी रहती है, उसे "मौसमी रूप से जमी हुई जमीन" कहा जाता है।
- मिट्टी की एक परत जो साल में एक और 15 दिनों के बीच जमा होती है, उसे "सविराम जमी हुई जमीन" कहा जाता है।
पर्माफ्रॉस्ट का प्रभाव :-
- पर्माफ्रॉस्ट में लगभग 1600 गीगाटन कार्बन मौजूद है, जो वायुमंडल में उपस्थित मात्रा का दोगुना है।
- जलवायु परिवर्तन के कारण पर्माफ्रॉस्ट पिघल रहा है, जिससे मीथेन गैस मुक्त हो रही है, जो कि ग्लोबल वॉर्मिंग के लिए जिम्मेदार गैसों(कार्बन डाइऑक्साइड) में से एक है।
रेडॉन गैस (RADON GAS) :-
- रेडॉन एक रेडियोधर्मी गैस है, जिसमें कोई गंध, रंग या स्वाद नहीं होता है।
- रेडॉन का उत्पादन यूरेनियम के प्राकृतिक रेडियोधर्मी क्षय से होता है, जो सभी चट्टानों और मिट्टी एवं पानी में पाया जाता है।
रेडॉन गैस का प्रभाव :-
- रेडॉन हवा में मिल कर रेडियोधर्मी कण पैदा करती है। ये कण मनुष्य में फेफड़ों के कैंसर का कारण बनते हैं।
- पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के अनुसार, रेडॉन संयुक्त राज्य अमेरिका में फेफड़ों के कैंसर का दूसरा प्रमुख कारण है, इस गैस से अमेरिका में प्रतिवर्ष वर्ष 21,000 मौतों होती हैं।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- हाल ही में वैज्ञानिकों ने आर्कटिक पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने से किस गैस के निकलने की चेतावनी दी है?
(a) मिथेन गैस
(b) रेडॉन गैस
(c) कार्बन मोनोंऑक्साइड
(d) कार्बन डाइऑक्साइड
उत्तर - (b)
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स्रोत: LIVE SCIENCE