भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (BSI) के शोधकर्ताओं ने अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले में स्थित ईटानगर वन्यजीव अभयारण्य से एक नई वनस्पति प्रजाति की खोज की है।
फ्लोगाकैंथस सुधांशुशेखरी (Phlogacanthus sudhansusekharii) के बार में
- नामकरण : इस प्रजाति का नाम बी.एस.आई. के वैज्ञानिक डॉ. सुधांशु शेखर दास के सम्मान में ‘फ्लोगाकैंथस सुधांशुशेखरी’ रखा गया है।
- इन्होंने भारतीय हिमालयी क्षेत्र में वनस्पति एवं पारिस्थितिकी अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- वंश (Genus) एवं कुल (Family) : फ्लोगाकैंथस (Phlogacanthus) वंश एवं एकेंथेसी (Acanthaceae) कुल से संबंधित।
- विशेषताएं :
- भारत में फ्लोगाकैंथस वंश की 13 प्रजातियां पाई जाती हैं। यह मुख्यत: पूर्वोत्तर एवं पूर्वी हिमालयी राज्यों में फैली हुई है।
- नयी प्रजाति ‘फ्लोगाकैंथस गुट्टाटस (वाल) नीस’ से काफी मिलती-जुलती है। हालाँकि, कुछ रूपात्मक भिन्नताएं भी है जिसमें इसके पुष्पकोश (Calyx), स्टेमिनोड्स (Staminodes) के आकार, आकृति एवं रंग आदि शामिल हैं।
- वनस्पति विज्ञान में स्टैमिनोड को अल्पविकसित पुंकेसर होता है, अर्थात यह पराग का उत्पादन नहीं करता है।