प्रारम्भिक परीक्षा – ‘पीएम प्रणाम योजना’ मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-3 |
संदर्भ
- पीएम प्रणाम योजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी स्कीम है।
- यह सरकार की जैविक खेती से पैदा होने उत्पादों की मार्केटिंग पर भी जोर देगी जिससे किसानों को इसका सीधा फायदा मिल सके।
- इस योजना में केंद्र सरकार का तीन साल में 3 लाख 70 हजार करोड़ रुपये निवेश करने का प्रावधान है।
प्रमुख बिंदु
पीएम प्रणाम योजना का उद्देश्य
- पीएम प्रणाम योजना का उद्देश्य देश में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करके वैकल्पिक उवर्रकों को खेती में बढ़ावा देना है।
- इससे सरकार पर सब्सिडी का बोझ कम होगा और खेती में अन्य उर्वरकों के इस्तेमाल से खेती की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
- इससे किसानों को भी फायदा होगा, क्योंकि इससे खेती की लागत कम हो सकती है।
नैनो यूरिया और सल्फर कोटेड यूरिया के इस्तेमला पर जोर
- सरकार के द्वारा इस योजना के माध्यम से नैनो यूरिया और सल्फर कोटेड यूरिया के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है। साथ ही किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से जैविक खेती से मिलने वाले प्रोडक्ट की मार्केटिंग पर भी सरकार की ओर से प्रयास किया जाएगा।
बजट 2023 बजट में प्रावधान
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से बजट 2023 पेश करते हुए खेती में वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देने और रासायनिक उर्वरकों के कम उपयोग पर जोर देने की बात कही गई थी।
इस योजना से कम होगा सब्सिडी का बोझ
- वित्त वर्ष 2022-23 में रासायनिक उर्वरकों पर सब्सिडी 2.25 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंचने का अनुमान है। ये 2021-22 में खर्च हुई राशि से 39 प्रतिशत अधिक है।
प्रारम्भिक परीक्षा प्रश्न : केंद्र सरकार द्वारा पीएम प्रणाम योजना को शुरू करने का उद्देश्य क्या है ?
(a) किसानों की आय दुगुनी करना
(b) रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल को कम करना
(c) मृदा की गुणवत्ता में सुधारना करना
(d) जैविक खेती से मिलने वाले प्रोडक्ट की मार्केटिंग को बंद करना
उत्तर (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: पीएम प्रणाम योजना क्या है? यह योजना जैविक कृषि को बढ़ावा देने में किस प्रकार से सहायक होगी,व्याख्या कीजिए।
|