(प्रारंभिक परीक्षा- योजना एवं कार्यक्रम) |
चर्चा में क्यों
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने पीएम युवा उपलब्धि छात्रवृत्ति पुरस्कार योजना (पीएम-यशस्वी) लागू की है।
योजना के बारे में
- उद्देश्य : अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (EBC) और विमुक्त जनजातियों (DNT) के छात्रों को उनके प्रारंभिक वर्षों के दौरान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच प्रदान करके उनका उत्थान करना।
इसमें निम्नलिखित पाँच उप-योजनाएँ हैं :
- OBC, EBC और DNT छात्रों के लिए प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति
- OBC, EBC और DNT छात्रों के लिए पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति
- OBC, EBC और DNT छात्रों के लिए टॉप क्लास स्कूली शिक्षा
- OBC, EBC और DNT छात्रों के लिए टॉप क्लास कॉलेज शिक्षा
- OBC छात्र एवं छात्राओं के लिए छात्रावास निर्माण योजना’
- विभिन्न योजनाओं का एकीकरण : पीएम यशस्वी योजना में EBC के लिए डॉ. अंबेडकर पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना और DNT के लिए डॉ. अंबेडकर प्री-मैट्रिक और पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना शामिल है।
- इन योजनाओं को एकीकृत करके पीएम यशस्वी का लक्ष्य सामाजिक एवं आर्थिक रूप से वंचित छात्रों की शैक्षिक आवश्यकताओं के लिए एक सुव्यवस्थित और प्रभावशाली दृष्टिकोण सुनिश्चित करना है।
- वित्तपोषण : इस योजना का 100% वित्तपोषण सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।
लक्ष्य
- योजना का व्यापक लक्ष्य कमजोर समूहों के बीच शैक्षिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देना है जिससे उन्हें वित्तीय बाधाओं को दूर करने और अपनी शिक्षा पूरी करने में मदद मिल सके।
- यह पहल व्यक्तिगत शैक्षणिक विकास को बढ़ावा देने के साथ ही अधिक समावेशी और न्यायसंगत समाज बनाने के व्यापक दृष्टिकोण में भी योगदान देती है।
छात्रवृत्ति
- प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति : यह सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा नौवीं और दसवीं के छात्रों के लिए तैयार की गई है।
- यह 2.5 लाख रुपये से कम आय वाले परिवारों को 4,000 रुपये का वार्षिक शैक्षणिक भत्ता प्रदान करती है।
- शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में इसके क्रियान्वयन के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 32 करोड़ 44 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं।
- पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति : यह उच्चतर माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों की सहायता करती है। इसमें पाठ्यक्रम की श्रेणी के आधार पर 5,000 रुपये से लेकर 20,000 रुपये तक शैक्षणिक भत्ते प्रदान किए जाते हैं।