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पोंजी घोटाला

प्रारंभिक परीक्षा - समसामयिकी
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3

चर्चा में क्यों-

  • ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने ऑनलाइन पोंजी घोटाले में शामिल एक अवैध चीनी लोन ऐप के भारत प्रमुख 21 वर्षीय एस. चित्रवेल को तमिलनाडु के मदुरै के पास अवियूर से गिरफ्तार कर लिया है।

मुख्य बिंदु-

  • एस. चित्रवेल को गिरफ्तार कर ओडिशा लाया गया और 16 अगस्त  2023 को ओपीआईडी कोर्ट, कटक के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
  • ईओडब्ल्यू ने बताया कि इस घोटाले का मास्टरमाइंड चीन के हांगझू का 40 वर्षीय गुआनहुआ वांग है। 
  • ईओडब्ल्यू, ओडिशा, ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (बीओआई) के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने ऑनलाइन पोंजी घोटाले के मुख्य आरोपी गुआनहुआ वांग के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया था।
  • वह दो अन्य चीनी नागरिकों (एक पुरुष और एक महिला) के साथ 2019 में भारत आया और कुछ महीनों तक बंगलुरु में रहा। 
  • तीनों ने अलग-अलग साइबर-वित्तीय घोटाले चलाने के लिए बंगलुरु में स्थित कम से कम 3 शेल कंपनियां बनाईं।
  • चित्रवेल को 'बेटटेक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड' का निदेशक बनाया गया था। 
  • कोविड के दौरान तीनों चीन वापस चले गए लेकिन चित्रावेल ने  कुछ निदेशकों और सुविधाकर्ताओं के माध्यम से घोटाला करना जारी रखा। 
  • भारत में अवैध घोटाला चलाने के लिए चित्रावेल को कथित तौर पर प्रति माह 1 लाख मिलते थे।
  • जालसाजों के काम करने के तरीके पर ईओडब्ल्यू ने कहा कि चित्रावेल उस गिरोह की निगरानी करता था जो ऋण पीड़ितों और उनके परिवार के सदस्यों को धमकाता था और उनकी विकृत अश्लील तस्वीरें भेजता था।

वित्तीय जालसाजी-

  • पहले ये चीनी लोग अवैध डिजिटल लोन ऐप्स चला रहे थे। 
  • कई लोगों द्वारा लोन में फंसने के बाद आत्महत्या करने के बाद कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने चीनी लोन ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी और सरकार ने ऐसे कई लोन ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया।
  • कार्रवाई से बचने के लिए उन्होंने एक सॉफ्टवेयर चीन में विकसित किया लेकिन इसे भारत से अपलोड किया ताकि इसे भारतीय ऐप के रूप में छुपाया जा सके।
  • लोन ऐप्स पर प्रतिबंध लगने के बाद चीनी नागरिकों ने बहुत ही कम समय में पैसा दोगुना या तिगुना करने का वादा कर कमाई करने वाले ऐप्स चलाना शुरू कर दिया था। 
  • उन्होंने अंततः ऑनलाइन सट्टेबाजी और अन्य ऐप आधारित साइबर-वित्तीय धोखाधड़ी के माध्यम से गरीब निवेशकों से बड़ी रकम ठगी। 
  • समूह ने नए निवेशकों को लुभाने के लिए अमिताभ बच्चन, मुकेश अंबानी, रतन टाटा, सचिन तेंदुलकर और टेक्निकल गुरुजी (प्रसिद्ध यू ट्यूबर) जैसी मशहूर हस्तियों की मॉर्फ्ड तस्वीरों का इस्तेमाल किया।
  • मॉर्फिग चित्रों को संपादित करने की एक तकनीक होती है। इसमें एक ही चित्र को कई तरीके से या दो और दो से अधिक चित्रों को एक साथ मिलाकर उसे बेहतर या अलग रूप दिया जाता है। यह काम इतनी सूक्ष्मता से किया जाता है कि बाद में देखने वाले को ये एहसास तक नहीं होता कि दो चित्रों को मिलाकर बनाया गया है। 
  • इन घोटालों के माध्यम से पैसा भारत से चीन भेजा जा रहा है। वे आम तौर पर निचले स्तर पर अवैध बैंक खातों की कई परतों का उपयोग करते हैंइसके बाद शेल कंपनियों के चालू बैंक खाते और अंत में क्रिप्टो व्यापारियों और कुछ संदिग्ध निर्यात-आयात फर्मों का उपयोग भारत से बाहर पैसा निकालने के लिए करते हैं। कुछ मामलों में दुबई में छोटी रकम नकद में भी निकाली गई है।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न- 

प्रश्न - पोंजी घोटाले का संबंध किस क्षेत्र से है?

(a) आधारभूत अवसंरचना

(b) कृषि क्षेत्र

(c) बंदरगाह आवंटन

(d) आर्थिक अपराध

उत्तर - (d)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न - हाल ही में चर्चा में रहा पोंजी घोटाला किस प्रकार भारत के वित्तीय क्षेत्र में अनियमितता उत्पन्न कर सकता है? टिपण्णी कीजिए।

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