नवगठित केंद्र सरकार अपने पहले 100 दिवसीय एजेंडे के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 3 करोड़ अतिरिक्त घरों को मंजूरी प्रदान की है।
इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के तहत प्रति लाभार्थी अधिक सहायता के साथ 2 करोड़ अतिरिक्त घरों की मंजूरी शामिल है। इसकी घोषणा सरकार ने वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट प्रस्तुत करते समय की थी।
संभावित परिवर्तन
केंद्र सरकार PMAY-G के तहत लाभार्थी को दी जाने वाली सहायता में करीब 50% की बढ़ोतरी कर सकती है।
केंद्र सरकार मैदानी इलाकों में इसके तहत मकान निर्माण की लागत मौजूदा 1.20 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.8 लाख रुपए तथा पहाड़ी इलाकों में 1.30 लाख रुपए से बढ़ाकर 2 लाख रुपए कर सकती है।
ये अतिरिक्त 2 करोड़ मकान वर्ष 2016 में PMAY-G की शुरुआत के बाद से इसके तहत स्वीकृत 2.95 करोड़ मकानों के अतिरिक्त होंगे। इन 2.95 करोड़ में से PMAY-G के तहत अब तक 2.61 करोड़ मकान बनाए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G)
1 अप्रैल, 2016 को पूर्ववर्ती इंदिरा आवास योजना (IAY) का पुनर्गठन करके प्रधानमंत्रीआवासयोजना-ग्रामीण (PMAY-G) का शुभारंभ किया गया।
इसे ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है। इसका लक्ष्य वर्ष 2024 तक ‘सभी के लिए आवास’ उपलब्ध कराना है।
इस सामाजिक कल्याण कार्यक्रम के माध्यम से सरकार वर्ष 2011 के डाटा का उपयोग करके पहचाने गए आवासहीन लाभार्थियों को वित्तीयसहायता प्रदान करती है।
इस योजनाकेकार्यान्वयनकावित्तीय भारमैदानीक्षेत्रोंमेंकेंद्रव राज्य द्वारा60:40 के अनुपात में तथा पहाड़ी राज्यों के लिए 90:10के अनुपात में साझा किया जाता है।
केंद्र शासित प्रदेशों में ग्रामीण आवास योजना के कार्यान्वयन पर होने वाले व्यय का 100% हिस्साकेंद्रसरकारवहनकरतीहै।
प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी
प्रारंभ : 25 जून, 2015 को
उद्देश्य :वर्ष 2022 तक सभी पात्र लाभार्थियों को पक्के मकान उपलब्ध कराना
योजना के चार भाग :
इन-सीटू स्लम पुनर्विकास (ISSR)
क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी योजना (CLSS)
साझेदारी में किफायती आवास (AHP)
लाभार्थी के नेतृत्व में व्यक्तिगत आवास निर्माण/संवर्द्धन (BLC)
आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने प्रधानमंत्री आवास योजना- शहरी (PMAY-U) के तहत किफायती किराए के आवास परिसर (ARHC) की एक उप-योजना शुरू की है।