प्रारंभिक परीक्षा: प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना, रुफ़टॉप सोलर प्रोग्राम, पी.एम. कुसुम मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन पेपर-3 (ऊर्जा) |
संदर्भ:
22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' की घोषणा की।
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना:
- इसके तहत आवासीय उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
- इस योजना में 1 करोड़ घरों की छतों पर सौर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
- इसका मुख्य उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाना है।
- इससे उपभोक्ताओं को बिजली का बिल बचाने में मदद मिलगी।
सौर ऊर्जा की आवश्यकता:
- अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की विश्व ऊर्जा आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार,भारत आगामी 30 वर्षों के दौरान विश्व का सबसे अधिक ऊर्जा की मांग वाला देश होगा।
- भारत को ऊर्जा के लिए एक विश्वसनीय स्रोत की आवश्यकता होगी केवल कोयला संयंत्र पर निर्भरता पर्याप्त नहीं होगी।
भारत में सौर ऊर्जा से सम्बंधित आंकड़े:
- वर्तमान में सोलर पैनल से बिजली बनाने की स्थापित क्षमता 73,300 मेगावाट है।
- इसमें छत पर सोलर पैनल लगाकर 11,080 मेगावाट बिजली बनाए जाने की क्षमता है।
- लोकसभा में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के अनुसार- 31 अक्टूबर, 2023 तक देश में कुल 72.02 गीगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता परियोजनाएं स्थापित की गई हैं-
- ग्राउंड माउंटेड से 55.71 गीगावॉट
- रूफटॉप 11.08 गीगावॉट
- हाइब्रिड परियोजनाओं के सौर घटक से 2.55 गीगावॉट
- ऑफ-ग्रिड सोलर से 2.68 गीगावॉट
- कुल सौर क्षमता में राज्यों की स्थिति:
- राजस्थान - 18.7 गीगावाट
- गुजरात - 10.5 गीगावाट
- छत पर सौर क्षमता में राज्यों की स्थिति:
- गुजरात - 2.8 गीगावाट
- महाराष्ट्र - 1.7 गीगावाट
- वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए सौर ऊर्जा के लिए आवंटित कुल बजट 5,917.25 करोड़ रुपये था।
- वर्ष 2023 में, काउंसिल फार एनर्जी एन्वायरमेंट एंड वाटर की एक रिपोर्ट के अनुसार-
- भारत के सभी 25 करोड़ घरों के छत पर सोलर पैनल लगा दिए जाएं तो 637 गीगावाट बिजली बनाई जा सकती है।
- अगर एक तिहाई घरों की छतों पर सोलर पैनल लगा दिया जाए तो देश में घरेलू बिजली की मांग पूरी की जा सकती है।
रुफ़टॉप सोलर प्रोग्राम:
- यह वर्ष 2014 में आवासीय घरों की छत पर सोलर पैनल लगाकर बिजली बनाने के लिए लांच किया गया था।
- इसके तहत वर्ष 2022 तक देश में 40 गीगावाट बिजली बनाने का लक्ष्य रखा गया था।
- यह कार्यक्रम बहुत सफल नहीं रहा।
- सरकार के आंकड़े के अनुसार- दिसंबर, 2023 तक लगभग 11 गीगावाट बिजली बनाने की क्षमता स्थापित हुई।
- इस गति को देखते हुए लक्ष्य के निर्धारित वर्ष को बढ़ाकर वर्ष 2026 कर दिया गया।
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (पी.एम. कुसुम)
- यह योजना वर्ष 2019 में शुरू की गई थी।
- इसका उद्देश्य:
- भारत में किसानों के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
- गैर-जीवाश्म-ईंधन स्रोतों से बिजली की स्थापित क्षमता की हिस्सेदारी को 40% तक बढ़ाने की भारत की प्रतिबद्धता का सम्मान करना है।
- इस योजना के तहत-
- बंजर जमीन पर सोलर प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित करना
- सोलर पंप के लिए प्रोत्साहित करना
अन्तरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA):
- अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन भारत और फ्रांस के संयुक्त प्रयास का परिणाम है।
- इसकी संकल्पना वर्ष 2015 में पेरिस में आयोजित जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के COP21 के मौके पर की गई थी।
- यह गठबंधन सदस्य देशों में ऊर्जा पहुंच लाने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने और ऊर्जा संक्रमण को चलाने के साधन के रूप में सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों की बढ़ती तैनाती के लिए एक कार्य-उन्मुख, सदस्य-संचालित, सहयोगी मंच है।
- इसका मुख्यालय भारत के गुरुग्राम (हरियाणा) में स्थित है।
- 31 अक्तूबर, 2023 को नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की छठी बैठक आयोजित की गई थी।
प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- पी. एम. सूर्योदय योजना के तहत 1 करोड़ घरों की छतों पर सौर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
- रुफ़टॉप सोलर प्रोग्राम के तहत 40 गीगावाट के लक्ष्य को वर्ष 2026 तक प्राप्त करने की योजना है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर- (c)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न: भारत में सौर ऊर्जा की संभावनाओं की चर्चा करते हुए, इसके दोहन के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख कीजिए।
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