प्रारंभिक परीक्षा – जीवन बीमा निगम (LIC) मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ
जीवन बीमा निगम (LIC) के अध्यक्ष सिद्धार्थ मोहंती ने 17 दिसंबर, 2023 को कहा कि '2047 तक सभी के लिए बीमा' हासिल करने में जीवन बीमा निगम महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रमुख बिंदु
- इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी ने घोषणा की कि वह विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक नई नीति पेश करने की योजना बना रही है।
- बीमा विस्तार के लिए IRDAI ने पहले ही एक मिश्रित उत्पाद 'बीमा विस्तार' का प्रस्ताव दिया है।
- देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी ने कहा कि वह इस लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए डिजाइन किया गया नया बीमा पॉलिसी लॉन्च करने की योजना बना रही है।
- LIC के अनुसार फोकस इस पर होगा कि अधिकतम ग्रामीण जनता को कैसे कवर किया जाए जिन्हें वास्तव में बीमा की आवश्यकता है।
- इसके साथ ही, आने वाले दिनों में ग्रामीण हिस्सेदारी भी कुल कारोबार में विस्तार होगा।
बीमा विस्तार के लिए IRDAI का प्रस्ताव
- एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने कहा कि बीमा नियामक IRDAI ने पहले ही एक मिश्रित उत्पाद 'बीमा विस्तार' (Bima Vistar) का प्रस्ताव दे चुका है जिसमें जीवन, स्वास्थ्य और संपत्ति बीमा शामिल है।
- बीमा विस्तार को बेचने के लिए 'बीमा वाहक' को लगाया जाएगा जो एक महिला-केंद्रित वितरण चैनल मॉडल होगा।
- प्रधानमंत्री का लक्ष्य भारत को वर्ष 2047 तक जब भारत आजादी के 100 साल मना रहा हो तो एक विकसित राष्ट्र हो।
- वर्तमान में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन वैश्विक औसत की तुलना में बीमा की पहुंच कम है।
- बीमा की पहुंच बढ़ाने के लिए जून 2023 में भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने 'बीमा वाहक' के लिए ड्राफ्ट तैयार करने का दिशानिर्देश पेश किया था, जो ग्राम पंचायतों के स्तर पर एक समर्पित वितरण चैनल स्थापित करता है।
- इस दिशानिर्देशों के मुताबिक वितरण चैनल के लिए कॉर्पोरेट बीमा वाहक और व्यक्तिगत बीमा वाहक का प्रस्ताव दिया गया है।
- कॉर्पोरेट बीमा वाहक संबंधित कानूनों के अनुसार पंजीकृत और बीमाकर्ता द्वारा नियुक्त कानूनी व्यक्ति होंगे।
भारतीय जीवन बीमा निगम
- भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना 1 सितंबर 1956 को हुई थी।
- भारतीय जीवन बीमा निगम भारत की सबसे बड़ी सरकारी जीवन बीमा कंपनी है और देश की सबसे बड़ी निवेशक कंपनी भी है।
- इसका मुख्यालय भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में है।
भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI)
- भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) एक स्वायत्त और वैधानिक निकाय है जो भारत में बीमा और पुनर्बीमा उद्योग के प्रबंधन और विनियमन के लिए जिम्मेदार है।
- इरडा 10 सदस्यीय निकाय है - एक अध्यक्ष, पांच पूर्णकालिक सदस्य और चार अंशकालिक सदस्य।
- इसका गठन 1999 में संसद के एक अधिनियम के तहत किया गया था और एजेंसी का मुख्यालय हैदराबाद में है।
IRDAI की भूमिका:
- पॉलिसी होल्डर के हितों को प्राथमिकता देने वाले नियम तैयार करना
- बीमा उद्योग के अनुशासित विकास को सुगम बनाना
- देश की अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ाने के लिए लंबे समय तक वित्त पोषित करने का प्रयास करना
- बीमा प्रदाताओं में ईमानदारी, वित्तीय संबलता और दक्षता के उच्च मानकों को बढ़ावा देना एवं मॉनिटरिंग करना
- शिकायत निवारण मंच के माध्यम से धोखाधड़ी और दुराचार को रोकना
भारत के बीमा उद्योग का इतिहास
- I950 में भारत सरकार ने भारत के बीमा उद्योग का राष्ट्रीयकरण किया और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की स्थापना की।
- 1990 के दशक में सरकार ने बीमा क्षेत्र को निजी क्षेत्र के लिए खोलने का निर्णय लिया एवं IRDAI का गठन किया गया।
- 2000 में विदेशी कंपनियों को भारतीय बीमा कंपनियों में 26 प्रतिशत तक हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दी गई।
- बाद में बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को 49 प्रतिशत पर सीमित कर दिया गया।
- उसके बाद अंततः बजट 2020 में इसे 100% कर दिया गया।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए ।
- भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना 1 सितंबर 1956 को हुई थी।
- IRDAI का गठन 1999 में संसद के एक अधिनियम के तहत किया गया था और एजेंसी का मुख्यालय हैदराबाद में है।
- IRDAI पॉलिसी होल्डर के हितों को प्राथमिकता देने वाले नियम तैयार करता है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: – भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण क्या है? भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण के प्रमुख कार्यों की विवेचना कीजिए।
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स्रोत:the hindu