प्रारंभिक परीक्षा – तेजस फाइटर प्लेन (Tejas fighter plane) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में 25 नवंबर 2023 को तेजस फाइटर प्लेन में उड़ान भरी।
प्रमुख बिंदु
- इस उड़ान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान 'तेजस' को उड़ाने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए।
- वे प्रशिक्षक संस्करण विमान के सह-पायलट भी थे।
- प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु में सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के हवाई अड्डे से उड़ान भरी।
- तेजस में उड़ान भरने से पहले मोदी बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) भी पहुंचे थे।
- तेजस को HAL ने डेवलप किया है। यह सिंगल इंजन वाला हल्का लड़ाकू विमान है। वायुसेना में इसकी दो स्क्वॉ़ड्रन शामिल हो चुकी हैं।
- इस दौरान सरकार ने 83 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट MK 1A तेजस जेट्स की डिलीवरी के लिए 36 हजार 468 करोड़ का ऑर्डर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को दिया गया।
- इनकी डिलीवरी फरवरी 2024 तक शुरू होगी।
- LCA तेजस के अपडेटेड और ज्यादा घातक वर्जन LCA MK2 के डेवलपमेंट के लिए 9 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है।
- प्रधानमंत्री से पहले निर्मला सीतारमण, किरेन रिजिजू,राजीव प्रताप रूडी,राव इंद्रजीत सिंह प्रतिभा पाटिल,एपीजे अब्दुल कलाम,जॉर्ज फर्नांडीस और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लड़ाकू विमान में उड़ान भर चुके हैं।
एलसीए 'तेजस'
- एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के बीच सहयोगात्मक प्रयासों से विकसित किया गया है।
- वर्तमान में भारतीय वायुसेना तेजस के दो स्क्वाड्रन संचालित करती है
- प्रथम नंबर 45 स्क्वाड्रन जिसे 'फ्लाइंग डैगर्स' के नाम से जाना जाता है और दूसरा नंबर 18 स्क्वाड्रन, 'फ्लाइंग बुलेट्स' कहा जाता है।
- यह वायु रक्षा, समुद्री टोही और स्ट्राइक भूमिकाओं में उत्कृष्ट कार्य करता है।
- IAF क्षमताओं को बढ़ाने के लिए IAF की प्रतिबद्धता 83 LCA Mk-1A वेरिएंट के ऑर्डर में स्पष्ट है, जिसमें उन्नत एवियोनिक्स, एक सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक रूप से संचालित रडार, एक अद्यतन इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट और बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल क्षमता शामिल है।
- इस नए संस्करण का उद्देश्य विमान की क्षमताओं को विस्तारित स्टैंड-ऑफ रेंज से हथियारों की एक श्रृंखला को फायर करने में सक्षम बनाना है, जिनमें से कई स्वदेशी हैं।
- 4.5 पीढ़ी का बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान तेजस अपनी श्रेणी में सबसे छोटा और हल्का लड़ाकू विमान है।
- इसकी समग्र संरचना इसके हल्के डिजाइन में योगदान देती है, जो दुर्घटना-मुक्त उड़ान के प्रभावशाली सुरक्षा ट्रैक रिकॉर्ड के साथ मिलती है।
- भारतीय वायुसेना ने रणनीतिक रूप से लीमा-2019, दुबई एयर शो-2021 और सिंगापुर एयर शो-2022 सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में तेजस का प्रदर्शन किया है, जिससे एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी में भारत की शक्ति को प्रमुखता मिली ।
- जून 2023 के प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा के दौरान भारत ने तेजस मार्क 2 फाइटर जेट्स को शक्ति देने के लिए F414 फाइटर इंजन बनाने के लिए HAL और जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए ।
- तेजस मार्क 1ए के इस उन्नत संस्करण में F404 GE इंजन होगा।
- 1980 के दशक के अंत में शुरू किए गए तेजस कार्यक्रम का लक्ष्य 2025 तक पुराने मिग-21 विमानों को बदलना है।
- मिग-21, 1963 से ही सेवा में है,जिसकी सेवानिवृत्ति की तैयारी चल रही है, वर्तमान में वायु सेना में केवल दो परिचालन स्क्वाड्रन हैं।
- तेजस आधुनिकीकरण की दिशा में एक रणनीतिक बदलाव को रेखांकित करता है।
तेजस का सफर
- वर्ष 1983 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट के तहत तेजस को बनाना शुरू हुआ।
- साइंटिस्ट डॉ. कोटा हरिनारायण और उनकी टीम ने इस स्वदेशी लड़ाकू विमान को बनाया था।
- 4 जनवरी 2001 को पहली बार तेजस ने आसमान में उड़ान भरी।
- वर्ष 2003 प्रधानमंत्री अटल बिहार ने इस लड़ाकू विमान को 'तेजस' नाम दिया था।
- 2007 नौसेना के विमान पोतों के लिए तेजस फाइटर जेट बनाने की प्रक्रिया एक बार फिर शुरू हुई।
- सबसे पहले 2 तेजस विमान को वायुसेना के स्क्वॉड्रन में 2016 में शामिल किया गया था।
- तेजस के एयरफोर्स में शामिल करने की अंतिम औपचारिकता 2021 में ही पूरी की गई।
- दिसंबर 2017 में रक्षा मंत्रालय ने HAL को 'एक्सेपटेंस ऑफ नेसेसिटी' के तहत कुल 83 विमानों का ऑर्डर दिया था।
- 83 विमानों में से 73 तेजस मार्क 1A और 10 तेजस मार्क-1A ट्रेनर विमान हैं। इनकी कुल कीमत ₹45,696 करोड़ तय हुई।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में 20 नवंबर 2023 को तेजस फाइटर प्लेन में उड़ान भरी।
- वर्ष 1985 से लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट के तहत तेजस को बनाना शुरू हुआ।
- वर्ष 2003 प्रधानमंत्री अटल बिहार ने इस लड़ाकू विमान को 'तेजस' नाम दिया था।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (a)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ के रणनीतिक महत्व पर प्रकाश डालिए।
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स्रोत:the hindu