रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने प्रोजेक्ट-76 के तहत स्वदेशी पारंपरिक पनडुब्बी के डिजाइन और विकास पर प्रारंभिक अध्ययन शुरू किया कर दिया है।
प्रोजेक्ट-76
प्रोजेक्ट 76 के तहत, भारतीय नौसेना का युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो देश की पहली स्वदेशी पारंपरिक डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी के डिजाइन और विकास पर काम कर रहा है ।
भारतीय नौसेना प्रोजेक्ट 76 के तहत 12 पनडुब्बियां बनाना चाहती है।
इन पनडुब्बियों में स्वदेशी हथियार नियंत्रण प्रणाली और लिथियम-आयन बैटरी जैसी कुछ सबसे उन्नत विशेषताएं शामिल होंगी
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य पनडुब्बी डिजाइन के लिए विदेशी मूल उपकरण निर्माताओं पर निर्भरता को कम करना है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन
यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की एक अनुसंधान एवं विकास विंग है।
इसका गठन वर्ष 1958 में भारतीय सेना के तकनीकी विकास प्रतिष्ठान और रक्षा विज्ञान संगठन के साथ तकनीकी विकास एवं उत्पादन निदेशालय को मिला कर किया गया था।
इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है
इसका उद्देश्य अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों के साथ भारतीय सेना को सशक्त बनाना है