शिक्षा मंत्रालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने प्रोजेक्ट ‘अस्मिता’ (Augmenting Study Materials in Indian Languages through Translation and Academic Writing : ASMITA) की शुरूआत की है।
प्रोजेक्ट अस्मिता के बारे में
- उद्देश्य : भारतीय भाषाओं में उच्च शिक्षा से संबंधित पुस्तकें विकसित करना।
- शिक्षा प्रणाली में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने, एकीकृत करने, अधिक समावेशी शैक्षणिक वातावरण को बढ़ावा देने तथा सीखने के अनुभवों को समृद्ध बनाने का उद्देश्य है।
- लक्ष्य : अगले पांच वर्षों में 22 अनुसूचित भारतीय भाषाओं में 1,000 पुस्तकें तैयार करना।
- इसके परिणामस्वरूप भारतीय भाषा में 22,000 पुस्तकें तैयार होंगी।
- शामिल संस्थाएँ : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय भाषा समिति।
- नोडल संस्थान : परियोजना का नेतृत्व करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विश्वविद्यालयों को सदस्य के रूप में शामिल करने के साथ-साथ तेरह नोडल विश्वविद्यालयों की पहचान।
- महत्त्व : शैक्षणिक संसाधनों का एक व्यापक पूल बनाने, भाषाई विभाजन को पाटने, सामाजिक सामंजस्य एवं एकता को बढ़ावा देने और देश के युवाओं को सामाजिक रूप से जिम्मेदार वैश्विक नागरिकों में बदलने में सहायक।
बहुभाषा शब्दकोश
- अस्मिता प्रोजेक्ट के साथ मिलकर शिक्षा मंत्रालय ने 'बहुभाषा शब्दकोष' भी शुरू किया है जो सभी भारतीय भाषाओं के शब्दों एवं उनके अर्थों के लिए एक व्यापक संदर्भ उपकरण है।
- इसे केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान (CIIL) द्वारा भारतीय भाषा समिति के सहयोग से विकसित किया गया है।
- इस शब्दकोश का उद्देश्य आई.टी., उद्योग, अनुसंधान और शिक्षा जैसे विभिन्न आधुनिक डोमेन में भारतीय शब्दों, वाक्यांशों एवं वाक्यों के उपयोग को सुविधाजनक बनाना है।
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