प्रारंभिक परीक्षा:- समसामयिकी मुख्य परीक्षा:- पेपर-3 |
चर्चा में क्यों-
राष्ट्रपति 17 अगस्त को कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड में नौसेना के प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट के पोत 'विंध्यगिरि' का शुभारंभ करेंगी।
प्रमुख बिंदु-
- कर्नाटक में एक पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया विंध्यगिरि प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट्स का छठा पोत है।
- ये युद्धपोत प्रोजेक्ट 17 क्लास फ्रिगेट्स (शिवालिक क्लास) के फॉलो-ऑन हैं, जिनमें बेहतर स्टील्थ फीचर्स, उन्नत हथियार, सेंसर और प्लेटफॉर्म प्रबंधन सिस्टम हैं।
- परियोजना के पहले पांच जहाज 2019-2022 के बीच मैसर्स मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स(एमडीएल) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स(जीआरएसई) द्वारा लॉन्च किए गए थे।
- विंध्यगिरि' तकनीकी रूप से उन्नत फ्रिगेट, अपने पूर्ववर्ती आईएनएस विंध्यगिरि को श्रद्धांजलि देता है।
आईएनएस विंध्यगिरि
- 08 जुलाई 1981 से 11 जून 2012 तक अपनी लगभग 31 वर्षों की सेवा के दौरान कई चुनौतीपूर्ण अभियान और बहुराष्ट्रीय अभ्यासों में भाग लिया था।
- जिसके माध्यम से समुद्री निगरानी, तटीय गश्त और समुद्री डकैती विरोधी अभियान किए जाते थे।
- 2011 में एक व्यापारिक जहाज के साथ दुर्घटना में क्षतिग्रस्त होने के बाद इसे सेवामुक्त कर दिया गया था।
प्रोजेक्ट 17ए क्या है?
- प्रोजेक्ट 17A को भारतीय नौसेना द्वारा 2019 में स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट्स की एक श्रृंखला के निर्माण के लिए लॉन्च किया गया था।
- प्रोजेक्ट 17ए कार्यक्रम के अंतर्गत एमडीएल द्वारा कुल चार पोत और जीआरएसई द्वारा तीन पोत निर्माणाधीन हैं।
- प्रोजेक्ट 17ए जहाजों को भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा इन-हाउस डिजाइन किया गया है।
- 'आत्मनिर्भरता' के प्रति देश की दृढ़ प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रोजेक्ट 17ए जहाजों के उपकरण और प्रणालियों के लिए 75% ऑर्डर स्वदेशी फर्मों से हैं।
- इस प्रोजेक्ट के तहत 2019 में लांच किया गया पहला स्टील्थ जहाज नीलगिरि था।
प्रोजेक्ट 17ए के लाभ-
- इन गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट्स का निर्माण एक विशिष्ट स्टील्थ डिज़ाइन के साथ किया गया है, जिसमें रडार-अवशोषक कोटिंग्स हैं और यह कम-अवलोकन योग्य है।
- दुश्मनों के लिए इसके दृष्टिकोण को अवांछनीय बना सकता है।
- प्रोजेक्ट 17ए सहायक उद्योगों के लिए आर्थिक विकास और रोजगार सृजन जैसे अतिरिक्त लाभ प्रदान करता है।
- आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम है।
- इस प्रोजेक्ट में जटिल फ्रंटलाइन जहाजों के स्वदेशी निर्माण ने देश को जहाज निर्माण के क्षेत्र में एक ऊंचे पायदान पर पहुंचा दिया है।
नव-निर्मित 'विंध्यगिरि' भारत की अपनी समृद्ध नौसैनिक विरासत को आगे बढ़ाने के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। यह हमारे राष्ट्र द्वारा आत्मनिर्भर नौसैनिक बल के निर्माण में की गई अविश्वसनीय प्रगति का एक उपयुक्त प्रमाण है।
प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- ‘विंध्यगिरि’ प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट्स का छठा पोत है।
- आईएनएस विंध्यगिरि को 2011 में क्षतिग्रस्त होने के बाद इसे सेवामुक्त कर दिया गया था।
- ‘विंध्यगिरि’ केरल के एक पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट-
(a) केवल 1 तथा 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2
(d) सभी तीनों
उत्तर - (a)
मुख्य परीक्षा:-
प्रश्न:- प्रोजेक्ट17ए भारत की समृद्ध नौसैनिक विरासत को आगे बढ़ाने के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। व्याख्या कीजिए।
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