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प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी (Proxima Centauri)

संदर्भ

  • महान भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग द्वारा शुरू किये गए $ 100 मिलियन ब्रेकथ्रू लिसन प्रोजेक्ट (BKL) के अंतर्गत हाल ही में, खगोलविदों को प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी तारे की ओर से उत्सर्जित एक रहस्यमयी रेडियोतरंग के संकेत मिले हैं।
  • इस संकेत के मिलने से वैज्ञानिक एक बार पुनः पृथ्वी से बाहर जीवन की तलाश तथा एलियंस होने की संभावना को तलाश रहे हैं।

प्रॉक्सिमा सेंक्चुरीproxima-centauri

  • प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी सूर्य से 4.2 प्रकाश वर्ष दूर स्थित इसका सबसे करीबी तारा है, इसका द्रव्यमान सूर्य के आठवें हिस्से के बराबर है। यह पृथ्वी से खुली आँखों से देखने पर धुंधला दिखाई देता है।
  • प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी एक लाल बौना तारा है तथा इसकी सतह का तापमान केवल 3 हजार डिग्री केल्विन है। इसकी तुलना में सूर्य की सतह का तापमान अधिक (6 हजार डिग्री केल्विन) है। अपेक्षाकृत कम तापमान के कारण प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी के आस-पास का वातावरण जल की मौजूदगी के लिये अनुकूल है।
  • प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी के 2 ग्रह हैं; प्रॉक्सिमा B तथा प्रॉक्सिमा C. प्रॉक्सिमा B, जीवन की संभावना के संदर्भ में महत्त्वपूर्ण है। यह पृथ्वी से 1.2 गुना बड़ा है तथा यह प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी का एक चक्कर 11 दिनों में पूरा करता है। प्रॉक्सिमा C अपने तारे से बहुत दूर स्थित नेप्चून जैसा ग्रह है।
  • प्रॉक्सिमा B, प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी के गोल्डीलॉक्स ज़ोन में स्थित है, जिसका अर्थ है कि इसके आस-पास का वातावरण न ही तो बहुत गर्म है और न ही बहुत ठंडा। विदित है कि पृथ्वी, सूर्य के गोल्डीलॉक्स ज़ोन में स्थित है।
  • हालाँकि, प्रॉक्सिमा B पर अभी तक जल की मौजदूगी का कोई प्रमाण नहीं मिला है। एक संभावना के अनुसार अगर प्रॉक्सिमा सेंक्चुरी पर सौर ज्वाला न पहुँचे तो यह जीवन के लिये घातक सिद्ध होगा।
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