प्रारंभिक परीक्षा – क्वाड, क्वाड साइबर चैलेंज मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्धयन प्रश्नपत्र 2 - द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार
चर्चा में क्यों
हाल ही में क्वाड समूह द्वारा अपने सदस्य देशों में साइबर सुरक्षा में सुधार के लिए एक सार्वजनिक अभियान, 'क्वाड साइबर चैलेंज' शुरू किया गया।
क्वाड साइबर चैलेंज
क्वाड साइबर चैलेंज, निगमों से लेकर शैक्षणिक संस्थानों, छोटे व्यवसायों और व्यक्तियों तक सभी उपयोगकर्ताओं के लिए बुनियादी साइबर सुरक्षा जानकारी और प्रशिक्षण तथा संसाधन प्रदान करेगा
क्वाड साइबर चैलेंज साइबर सुरक्षा जागरूकता और कार्रवाई को मजबूत करने और अर्थव्यवस्था तथा उपयोगकर्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए एक अधिक सुरक्षित और लचीले साइबर पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए क्वाड देशों के निरंतर प्रयासों को दर्शाता है।
क्वाड देश यह सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रहे हैं, कि ऑनलाइन और स्मार्ट उपकरणों का उपयोग करते हुए सूचित निर्णय लेने के लिए आवश्यक संसाधनों तक सभी की पहुंच हो।
भारत में क्वाड साइबर चैलेंज का समन्वय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के साथ राष्ट्रीय साइबर समन्वयक कार्यालय द्वारा किया जा रहा है।
क्वाड
यह भारत-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता मंच है।
क्वाड का उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में नेविगेशन की स्वतंत्रता, अंतर्राष्ट्रीय नियमों का पालन तथा शांति व सुरक्षा पर बल प्रदान करना है।
इसकी उत्पत्ति 2004 के तदर्थ सुनामी कोर ग्रुप से हुई थी, जिसने इस क्षेत्र के कई देशों को तबाह करने वाली सुनामी के बाद आपदा राहत कार्यों में सहयोग किया था।
क्वाड की अवधारणा औपचारिक रूप से सबसे पहले वर्ष 2007 में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे द्वारा प्रस्तुत की गई थी।
वर्ष 2017 में, भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान ने क्वाड का गठन किया।
क्वाड नेताओं की पहली व्यक्तिगत शिखर बैठक 2021 में वाशिंगटन, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी।