प्रारम्भिक परीक्षा – हरित हाइड्रोजन ऊर्जा मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ने एक नई उच्चप्रवाह क्षमता वाली क्वांटम समर्थित हरित हाइड्रोजन उत्पादन प्रौद्योगिकी को विकसित किया है।
प्रमुख बिंदु
- विश्वविद्यालय की ग्रीन केपलरेट टीम द्वारा यह प्रौद्योगिकी विकसित की गई है।
- क्वांटम हरित हाइड्रोजन उत्पादन प्रौद्योगिकी का विकास डॉ. सोमनाथ गराई और प्रोफेसर एस. श्रीकृष्णा की केपलरेट टीम के द्वारा किया गया है।
- इस प्रौद्योगिकी को पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा विकल्पों के रूप में उपयोग करने के आधार पर विकसित किया गया है ।
- इस प्रौद्योगिकी को अभी पेटेंट प्राप्त नहीं हुआ है।
- केपलरेट टीम ने एक इलेक्ट्रॉन युक्त प्रोटॉन आपूर्ति प्रणाली का निर्माण किया है, जिसके द्वारा ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन की अधिकतम दर लगभग एक लीटर मिनट प्रति 10 ग्राम तक अर्जित की गई है।
हरित हाइड्रोजन
- हरित हाइड्रोजन को नवीकरणीय ऊर्जा के द्वारा उत्पन्न बिजली के साथ पानी के इलेक्ट्रोलिसिस का उपयोग करके उत्पन्न किया जाता है।
- इसमें कार्बन की तीव्रता बिजली के स्रोत की कार्बन तटस्थता पर निर्भर करती है। अर्थात बिजली ईंधन मिश्रण में जितनी अधिक उर्जा होगी, हाइड्रोजन का उत्पादन उतना ही अधिक होगा।
क्वांटम हरित हाइड्रोजन उत्पादन प्रौद्योगिकी के लाभ
- क्वांटम समर्थित हरित हाइड्रोजन उत्पादन प्रौद्योगिकी ऊर्जा उत्पादन की मात्रा को अत्यधिक बढ़ा सकता है,जिससे भारत के 2047 तक ऊर्जा स्वतंत्र बनने और 2070 तक नेट ज़ीरो हासिल करने का लक्ष्य प्राप्त हो सकेगा।
- क्वांटम समर्थित हरित हाइड्रोजन उत्पादन प्रौद्योगिकी का उपयोग नवीकरणीय ऊर्जा के दीर्घकालिक भंडारण, कृषि, जीवाश्म ईंधन के प्रतिस्थापन, स्वच्छ परिवहन और बिजली उत्पादन, विमानन और समुद्री परिवहन के लिए भी किया जा सकता है।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- निम्नलिखित में से किस विश्वविद्यालय ने क्वांटम समर्थित हरित हाइड्रोजन उत्पादन प्रौद्योगिकी का विकास किया है?
(a) इल्लाहाबाद विश्वविद्यालय
(b) बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
(c) डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय
(d) अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
उत्तर - (b)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न - हरित हाइड्रोजन ऊर्जा क्या है? वर्तमान ऊर्जा आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, इसके महत्त्व को स्पष्ट करें।
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स्रोत : जनसत्ता +DST+I.GOVT