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महारानी जिंद कौर

हाल ही में, लंदन में रखे हुए कुछ आभूषणों की नीलामी के चलते महाराजा रणजीत सिंह की अंतिम पत्नी महारानी जिंद कौर चर्चा में थीं।

महारानी जिंद कौर (1817-1863)

  • महारानी जिंद कौर सिख साम्राज्य के संस्थापक महाराजा रणजीत सिंह की सबसे छोटी पत्नी तथा साम्राज्य के अंतिम शासक दलीप सिंह की माँ थीं।
  • दलीप सिंह पाँच वर्ष के थे, जब वर्ष 1843 में रणजीत सिंह के दो उत्तराधिकारियों की मृत्यु के बाद उन्हें सिंहासन पर बिठाया गया था। चूँकि उस वक्त दिलीप सिंह बच्चे थे, अतः महारानी जिंद को राजप्रतिनिधि बनाया गया था।
  • जिंद कौर रबर स्टैम्प नहीं थीं, उन्होंने राजस्व प्रणाली में बदलाव की शुरुआत करते हुए राज्य चलाने में सक्रिय रुचि ली।
  • ध्यातव्य है कि महाराजा रणजीत सिंह सिख साम्राज्य के शक्तिशाली शासक थे इनके साम्राज्य की सीमाएँ काबुल से कश्मीर और दिल्ली की सीमाओं तक फैली थीं।

आंग्ल-सिख युद्ध और जिंद कौर

  • अंग्रेजों ने दिसम्बर 1845 में सिख साम्राज्य पर युद्ध की घोषणा की। पहले आंग्ल-सिख युद्ध में अपनी जीत के बाद, उन्होंने दलीप सिंह को शासक के रूप में बनाए रखा, लेकिन जिंद कौर को कैद कर लिया।
  • जिंद कौर वहाँ से बच कर 29 अप्रैल, 1849 को काठमांडू पहुँची, जहाँ उन्हें वहाँ के प्रधानमंत्री जंग बहादुर ने शरण दी।
  • उन्हें भागमती नदी के किनारे एक घर दिया गया था। वह वर्ष 1860 तक नेपाल में रहीं, जहाँ उन्होंने पंजाब और जम्मू-कश्मीर में विद्रोहियों तक अपनी पहुँच बनाए रखी।
  • वर्ष 1861 में महारानी जिंद कौर अपने बेटे से मिलने इंग्लैंड गयीं थीं। 46 वर्ष की आयु में 1 अगस्त, 1863 को लंदन में इनका देहांत हो गया।
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