प्रारंभिक परीक्षा – आर21/मैट्रिक्स-एम मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 21 दिसंबर 2023 को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित आर21/मैट्रिक्स-एम (R21/Matrix-M) नामक मलेरिया वैक्सीन को प्रीक्वालिफाइड टीकों की सूची में शामिल किया।
प्रमुख बिंदु
- डब्ल्यूएचओ के अनुसार प्रीक्वालिफिकेशन से बच्चों में मलेरिया को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में टीकों तक पहुंच सुनिश्चित करेगा, साथ ही यह यूनिसेफ द्वारा वैक्सीन खरीद और गैवी वैक्सीन एलायंस द्वारा तैनाती के लिए वित्त पोषण समर्थन प्राप्त होगा।
- अक्टूबर 2023 में WHO ने टीकाकरण पर WHO के रणनीतिक सलाहकार समूह (SAGE) और मलेरिया नीति सलाहकार समूह की सलाह के बाद बच्चों में मलेरिया की रोकथाम के लिए इसके उपयोग की सिफारिश की थी।
- R21 वैक्सीन, RTS,S/AS01 वैक्सीन के बाद WHO द्वारा प्रीक्वालिफ़ाइड की गई दूसरी मलेरिया वैक्सीन है
- RTS,S/AS01 वैक्सीन को जुलाई, 2022 में प्रीक्वालिफ़िकेशन का दर्जा प्राप्त हुआ था।
- डब्ल्यूएचओ ने कहा कि प्रीक्वालिफिकेशन का मतलब बच्चों में मलेरिया को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में टीकों तक पहुंच आसान करना है।
- डब्ल्यूएचओ हर साल प्रीक्वालिफिकेशन के लिए कई उत्पादों का मूल्यांकन करता है।
- इस काम का मुख्य उद्देश्य सुरक्षित, प्रभावी और गुणवत्ता वाले स्वास्थ्य उत्पादों तक अधिक पहुंच सुनिश्चित करना है।
- प्रीक्वालिफिकेशन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में डब्ल्यूएचओ व्यापक मूल्यांकन और निर्धारित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को लागू करता है।
- डब्ल्यूएचओ नियमित पुनर्मूल्यांकन, साइट निरीक्षण और लक्षित परीक्षण के माध्यम से प्रीक्वालिफिकेशन टीकों की निरंतर सुरक्षा और प्रभावकारिता भी सुनिश्चित करता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रीक्वालिफिकेशन, पोटेंसी, थर्मोस्टेबिलिटी, प्रेजेंटेशन, लेबलिंग और शिपिंग स्थितियों जैसी वैक्सीन विशेषताओं के संबंध में राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रमों की विशिष्ट आवश्यकताओं का समर्थन करता है।
- साथ ही, यह यूनिसेफ द्वारा वैक्सीन खरीद और गावी (Gavi) वैक्सीन एलायंस द्वारा तैनाती के लिए वित्त पोषण समर्थन के लिए एक शर्त है।
- इसमें बच्चों में मलेरिया की रोकथाम के लिए दोनों टीकों को नैदानिक परीक्षणों में सुरक्षित और प्रभावी दिखाया गया है।
गावी वैक्सीन एलायंस (Gavi Vaccine Alliance)
- गावी वैक्सीन एलायंस 2000 में स्थापित एक सार्वजनिक-निजी स्वास्थ्य साझेदारी है।
- इसका उद्देश्य कम आय वाले देशों में टीकाकरण की समान पहुंच बढ़ाकर बच्चों के जीवन को बचाना और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है।
- गावी विकसित और विकासशील दोनों देशों में सरकारों और वैक्सीन निर्माताओं को एक साथ लाता है।
- यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), यूनिसेफ, विश्व बैंक, सार्वजनिक स्वास्थ्य और अनुसंधान संस्थानों, नागरिक समाज संगठनों, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और अन्य निजी परोपकारी संगठनों के साथ सहयोग करता है।
- गावी की स्थापना के बाद से इसने 760 मिलियन बच्चों के टीकाकरण का समर्थन किया है और संक्रामक रोगों से 13 मिलियन से अधिक मौतों को रोका है।
मलेरिया
- मलेरिया एक मच्छर जनित बीमारी अफ्रीकी क्षेत्र में बच्चों पर विशेष रूप से होता है, जहाँ हर साल लगभग पाँच लाख बच्चे इस बीमारी से मर जाते हैं।
- 2022 में दुनिया में अनुमानित 249 मिलियन मलेरिया के मामले थे और 85 देशों में मलेरिया से 6,08,000 मौतें हुईं।
- पहली बार 'विश्व मलेरिया दिवस' 25 अप्रैल 2008 को मनाया गया था।
- यूनिसेफ द्वारा इस दिन को मनाने का उद्देश्य मलेरिया जैसे खतरनाक बीमारी को लेकर जनता का ध्यान केंद्रित करना है।
मलेरिया का निदान
1. रक्त की माइक्रोस्कोप जांच :
-
- इस रक्त परिक्षण में रोगी व्यक्ति का रक्त स्लाइड (slide) पर लेकर माइक्रोस्कोप से जांच की जाती हैं।
- मलेरिया के परजीवी स्लाइड पर नजर आने पर मलेरिया का निदान किया जाता हैं।
- अगर बुखार के समय रोगी का रक्त लिया जाए तो रक्त में मलेरिया के परजीवी नजर आने की संभावना ज्यादा रहती हैं।
- कभी-कभी मलेरिया के परजीवी रक्त लेते समय रक्त में न रहकर लीवर में रहने के कारण मलेरिया होते हुए भी यह जांच नकारात्मक आ सकती हैं।
2. मलेरिया कार्ड टेस्ट (Rapid Test) :
-
- इसमें रोगी व्यक्ति के रक्त से सीरम (serum) अलग कर कार्ड पर डाला जाता हैं।
- अगर सीरम में प्लासमोडियम (Plasmodium) परजीवी के एंटीजन मौजूद रहते है तो यह जांच सकारात्मक आ सकती है।
3. PCR Test :
-
- Polymerase Chain Reaction Test में रक्त मलेरिया के परजीवी के DNA में रहने पर यह परिक्षण सकारात्मक आता है और मलेरिया का निदान किया जाता हैं।
4. CBC Test :
-
- CBC Test (Complete Blood Count test) में अगर प्लेटलेट्स 1.5 लाख से कम आता है और रोगी में मलेरिया के लक्षण नजर आते है तो डॉक्टर एहतियात के तौर पर मरीज को मलेरिया की दवा देते हैं।
- भारत में मलेरिया का प्रमाण अधिक होने के कारण अगर जांच में मलेरिया नकारात्मक आता है। फिर भी अगर मरीज को बार-बार तेज बुखार आता है और साथ में अन्य बुखार का कोई कारण नहीं पाया जाता है तो डॉक्टर मलेरिया का प्रारंभिक उपचार करते हैं।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए ।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 21 दिसंबर 2023 को आर21/मैट्रिक्स-एम(R21/Matrix-M) नामक मलेरिया वैक्सीन को प्रीक्वालिफाइड टीकों की सूची में शामिल किया।
- RTS,S/AS01 वैक्सीन को जुलाई, 2022 में प्रीक्वालिफ़िकेशन का दर्जा प्राप्त हुआ था।
- मलेरिया एक मच्छर जनित बीमारी है जो अफ्रीकी क्षेत्र में बच्चों पर विशेष रूप से होता है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: – गावी वैक्सीन एलायंस क्या है? गावी वैक्सीन एलायंस के महत्व पर प्रकाश डालिए।
|
स्रोत : the hindu