हाल ही में, केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा दिघावाड़ा-बांदीकुई रेलखंड का विद्युतीकरण पूरा होने पर इसका उद्घाटन किया गया। यह रेलखंड उत्तर-पश्चिमी रेलवे के अजमेर-दिल्ली रेलमार्ग पर स्थित है।
विद्युतीकरण का कार्य केंद्रीय रेल विद्युतीकरण, प्रयागराज द्वारा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि रेलवे ने वर्ष 2009-2014 की तुलना में 2014-20 के दौरान 371% अधिक लाइनों के विद्युतीकरण का रिकॉर्ड बनाया है।
लाभ
यह एन.सी.आर. को रेलवे डीज़ल इंजन से मुक्त करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम है, जिससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने में मदद मिलेगी।
विद्युतीकृत ट्रेनों के संचालन से प्रदूषण नियंत्रित होगा और आयातित ईंधन पर निर्भरता कम होगी, जिससे महत्त्वपूर्ण राजस्व की भी बचत होगी।
इसके अलावा, ट्रेनों की औसत गति में भी वृद्धि होगी जिससे उद्योगों सहित खेती आधारित कारोबार का विकास होगा और ग्रामीणों व किसानों की आय बढ़ेगी।
अन्य बिंदु
भारतीय रेलवे ने दिसम्बर, 2023 तक बड़ी रेल लाइन नेटवर्क के पूर्ण विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है।
बड़ी रेल लाइन मार्ग के 66% से अधिक रेल लाइनों का विद्युतीकरण पहले ही किया जा चुका है।