भारतीय रेलवे अपने नेटवर्क में एप्लीकेशन एवं सिस्टम के साथ समय को सिंक्रोनाइज़ (समायोजित) करने के लिए पहली बार मास्टर क्लॉक सिस्टम विकसित करेगा।
क्या है रेलवे मास्टर क्लॉक सिस्टम
- परिचय : भारतीय रेलवे मास्टर क्लॉक सिस्टम देश में रेलवे सेक्शन कंट्रोलर के निर्देश पर स्टेशन मास्टर द्वारा समय निर्धारित करने की अपनी वर्तमान मैनुअल पद्धति को समाप्त कर रेलवे के सभी क्षेत्रों के लिए एक समान समय स्रोत प्रदर्शित करने की एक प्रणाली है।
- समय निर्धारण : मास्टर क्लॉक सिस्टम के लिए समय नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन (NAVIC) या राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशालाओं द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
- अनुसंधान : रेलवे बोर्ड ने मास्टर क्लॉक सिस्टम के लिए आर्किटेक्चर (संरचना) को अंतिम रूप देने के लिए रेलवे अनुसंधान शाखा, अनुसंधान डिजाइन एवं मानक संगठन (RDSO) के साथ समन्वय करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।
मास्टर क्लॉक सिस्टम के प्रमुख अनुप्रयोग
- ट्रेन संचालन एवं प्रबंधन प्रणाली के उचित कामकाज में
- रेल दुर्घटनाओं के बाद के विश्लेषण के लिए
- दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की जांच करने वाले अधिकारियों के लिए सटीक समय के साथ घटनाओं का क्रम ज्ञात करने में
- स्टेशनमास्टर, क्रू, डाटा लॉगर एवं लोकोमोटिव में इनबिल्ट सिस्टम द्वारा दर्ज समय में बेमेल होने से जांच में भ्रम की स्थिति से बचने के लिए