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वर्षा जल संचयन

चर्चा में क्यों? 

  • दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को केंद्र, दिल्ली सरकार और स्थानीय अधिकारियों को मानसून के दौरान राजधानी में वर्षा जल संचयन संरचनाओं की कमी से संबंधित अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया।
  • पिछले महीने, उच्च न्यायालय ने राजधानी में वर्षा जल संचयन संरचनाओं की कमी को उजागर करने वाली एक समाचार रिपोर्ट का संज्ञान लिया, जिसके बाद उसने विभिन्न सरकारी विभागों को नोटिस जारी किए। 

वर्षा जल संचयन या रेन वाटर हारवेस्टिंग 

  • वर्षा जल संचयन वर्षा जल को इकट्ठा करने और बाद में उपयोग के लिए विशेष जल संचयन संरचनाओं का निर्माण करके इसे संग्रहीत करने की एक तकनीक है। यह न केवल पानी की उपलब्धता को बढ़ाता है बल्कि गिरते जल स्तर को भी रोकता है।

वर्षा जल संचयन के उद्देश्य-

  • अपवाह हानि को कम करने के लिए।
  • सड़कों पर पानी भरने से बचने के लिए।
  • पानी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए।
  • भूजल पुनर्भरण करके जल स्तर को ऊपर उठाने के लिए।
  • भूजल प्रदूषण को कम करने के लिए।
  • कमजोर मौसम के दौरान भूजल आपूर्ति को पूरक करने के लिए।

वर्षा जल संचयन के प्रकार 

-सतह जल संग्रह सिस्टम (Surface Water Collection Systems)

  • सतह जल वह है जो वर्षा के बाद ज़मीन पर गिर कर धरती के निचले भागों में जाने लगता है। 
  • अस्वस्थ नालियों में जाने से पहले सतह जल को रोकने के तरीके को सतह जल संग्रह कहा जाता है।
  • बड़े-बड़े ड्रेनेज पाइप के माध्यम से वर्षा जल को कुओं, नदी, तालाबों में संग्रहित किया जाता है जो बाद में पानी की कमी को दूर करता है।

-छत प्रणाली (Rooftop system) 

  • इस प्रक्रिया में छत पर गिरने वाले बारिश के पानी को संचय करके रख सकते हैं। ऐसे में ऊंचाई पर खुले टंकियों का उपयोग किया जाता है जिनमें वर्षा के पानी को संग्रहण करके नलों के माध्यम से घरों तक पहुंचाया जाता है।
  • यह जल स्वच्छ होता है जो थोड़ा बहुत ब्लीचिंग पाउडर मिलाने के बाद पूर्ण तरीके से उपयोग में लाया जा सकता है।

-बांध (Dams)

बड़े बड़े बांध के माध्यम से वर्षा के पानी को बहुत ही बड़े पैमाने में रोका जाता है जिन्हें गर्मी के महीनों में या पानी की कमी होने पर कृषि, बिजली उत्पादन और नालियों के माध्यम से घरेलू उपयोग में भी इस्तेमाल में लाया जाता है।

-भूमिगत टैंक (Underground Tanks)

  • इस प्रक्रिया में वर्षा जल को एक भूमिगत गड्ढे में भेज दिया जाता है जिससे भूमिगत जल की मात्रा बढ़ जाती है।
  • साधारण रूप से भूमि के ऊपर ही भाग पर बहने वाला जल सूर्य के ताप से भाप बन जाता है और हम उसे उपयोग में भी नहीं ला पाते है परंतु  इस तरीके में हम ज्यादा से ज्यादा पानी को मिट्टी के अंदर बचा कर रख पाते हैं।

-जल संग्रह जलाशय (Water Collection Reservoirs)

यह साधारण प्रक्रिया है जिसमें बारिश के पानी को तालाबों और छोटे पानी के स्रोतों में जमा किया जाता है। इस तरीके में जमा किए हुए जल को ज्यादातर कृषि के कार्यों में लगाया जाता है क्योंकि यह जल दूषित होता है।

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