प्रारम्भिक परीक्षा - समसामायाकी मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र -1 |
सन्दर्भ
- राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल 4 स्तरीय होंगे। पंचायत स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय, जिला स्तरीय और राज्य स्तर पर खेले जायेंगे। खेलों में कबड्डी, टेनिस बॉल क्रिकेट, वॉलीबॉल, फुटबॉल, शूटिंग बॉल (पुरुष वर्ग), खो-खो (महिला वर्ग) और एथलेटिक्स में 100 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर दौड़ की प्रतियोगिता कराई जाएगी।
- उसी तरह शहरी खेल तीन स्तरीय होंगे। नगर निकाय स्तर, जिला स्तरीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता कराई जाएगी। सभी खिलाड़ियों को टी-शर्ट के साथ मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किये जायेंगे।
- प्रदेश के 11,252 ग्राम पंचायतों और 538 नगरीय निकायों के 10 वर्ष से लेकर 82 वर्ष तक के 58.51 लाख खिलाड़ियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।
- यह खेल ग्राम पंचायत पर 5 अगस्त से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेंगे।
- उसके बाद ब्लॉक स्तर पर 17 अगस्त से 22 अगस्त तक, फिर जिला स्तर पर 1 सितंबर से 6 सितंबर तक खेला जाएगा।
- उसके बाद राज्य स्तर पर 15 सितंबर से 18 सितंबर तक राजीव गांधी शहरी और ग्रामीण ओलंपिक के तहत खेले जायेंगे।
- शहरी ओलंपिक खेलों में कुल 61,581 खिलाड़ियों ने भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है।
- भरतपुर के नगर निगम और नगर पालिका के शहरी क्षेत्रों में ए.बी.ए. तक 6557 टीमों का विभिन्न खेलों के लिए गठन किया गया है। भरतपुर जिले से कुल 2,38,953 खिलाड़ियों का पंजीकरण किया गया है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में राजीव गांधी ओलंपिक खेलों के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर अब तक 16,601 टीमों का गठन किया गया है।राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों में भाग लेने के लिए 1,77,372 खिलाडियों का पंजीकरण किया गया है।
खेल का महत्त्व
- खेल व्यक्ति को स्वस्थ रखता है। यह हमें शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है और इसके साथ-साथ हमारा मानसिक विकास भी करता है।
- खेल खेलने से हमारी प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है और कईं बीमारियाँ हमारे पास नहीं आती है। खेल खेलने से बच्चों में प्रेम भाव बढ़ता है और उनका सामाजिक विकास भी होता है।
- खेल खेलने से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है। खेल बच्चों को अनुशासन एवं धैर्य का गुण प्रदान करता है। खेल खेलने वाले लोग मोटापे का शिकार भी नहीं होते है और वह हमेशा तंदुरुस्त रहते है। खेल बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास करता है।
- आज खेल को करियर के रूप में भी चुना जा रहा है। प्राचीन समय में खेल खेलना समय की बर्बादी माना जाता था। प्राचीन समय में एक कहावत काफी प्रसिद्ध थी कि ‘पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो होगे खराब’।
- लेकिन समय बदलने के साथ यह स्थिति भी बदल गई है। अब लोग खेल खेलने को समय की बर्बादी नहीं मानते है, बल्कि अब तो इसे लोग अपने करियर के रूप में भी चुन रहे है।
- एक नौकरी करके आप सिर्फ सीमित धन ही कमा सकते है, लेकिन खेल के जरिए आप सम्मान, नाम और अच्छा घन प्राप्त कर सकते है। आज खेल राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले जाते है। इससे आपको अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिल सकता है।
खेल के प्रकार
- खेल कई प्रकार के होते है, जो कि निम्नलिखित है-
शारीरिक खेल
वह खेल जिन्हें शारीरिक रूप से खेला जाता है अर्थात यह एक शारीरिक क्रिया है, जैसे- फुटबॉल, क्रिकेट, कबड्डी एवं वालीबाल, आदि। यें खेल मनुष्य को शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाते है।
मानसिक खेल
कुछ खेल ऐसे होते है, जिनमें शारीरिक क्रिया की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि इन्हें अपनी बुद्धि का प्रयोग करके खेला जाता है। यें खेल चेस, कैरमबोर्ड, आदि है।
ऑनलाइन खेल
वें खेल जो मोबाईल अथवा कम्प्यूटर में खेले जाते है। इस समय यें खेल सबसे ज्यादा खेले जाते है। तकनीकी के विकास से ही इन खेलों का विकास हुआ है।
प्रारंभिक परीक्षा
प्रश्न : राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेल,2023 का आयोजन किस राज्य में किया गया?
(a) कर्नाटक
(b) महाराष्ट्र
(c) राजस्थान
(d) झारखण्ड
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : खेल का हमारे दैनिक जीवन में पड़ने वाले प्रभाव तथा महत्त्व की विवेचना कीजिए?
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