हाल ही में, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में अत्यंत दुर्लभ गोल्डन टाइगर (Golden Tiger) देखा गया।

गोल्डन टाइगर के बारे में
- परिचय : यह कोई नई प्रजाति नहीं है बल्कि बंगाल टाइगर का ही एक रूप है जोकि एक आनुवंशिक उत्परिवर्तन (Genetic Mutation) के कारण सामान्य से अलग दिखता है।
- इसे ‘Golden Tabby Tiger’ भी कहा जाता है।
- सुनहरे रंग का कारण : यह एक प्रकार का जैविक परिवर्तन (Pseudomelanism) है जिसके कारण बाघ के शरीर की धारियाँ हल्की एवं कोट (त्वचा की बाहरी सतह) का रंग सुनहरा हो जाता है।
- संख्या : वैश्विक स्तर पर 10 से भी कम
- IUCN स्थिति : संकटग्रस्त (Endangered)
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बारे में
- अवस्थिति : असम राज्य के गोलाघाट एवं नौगांव जिलों में विस्तृत
- यह उद्यान ब्रहमपुत्र नदी के किनारे फैला हुआ है।
- स्थापना : वर्ष 1974
- यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल : वर्ष 1985 में घोषित
मुख्य विशेषताएँ
- एक सींग वाले गैंडा (Indian One-Horned Rhinoceros) की सर्वाधिक संख्या यहीं पाई जाती है।
- इसके अलावा यहाँ हांथी, जंगली भैंस, रॉयल बंगाल टाइगर एवं हिरण आदि पाए जाते हैं।
- यह क्षेत्र दलदली भूमि, ऊँची घास के मैदानों, दलदले वनों एवं झीलों के साथ अनेक प्रजातियों के लिए आदर्श निवास है।
|