हाल ही में मध्य प्रदेश ने सरकार ने रातापानी अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित करने की अधिसूचना जारी की।
रातापानी टाइगर रिजर्व
यह मध्यप्रदेश के रायसेन और सीहोर जिले में स्थित है।
यह मध्यप्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व है
इसका कोर एरिया 763.812 वर्ग किलोमीटर और बफर एरिया 507.653 वर्ग किलोमीटर है।
वर्ष 2022 की गणना के अनुसार मध्य प्रदेश में 785 बाघ हैं।
मध्य प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व
कान्हा टाइगर रिजर्व
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व
पेंच टाइगर रिजर्व
पन्ना टाइगर रिजर्व
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व
संजय दुबरी टाइगर रिजर्व
नौरादेही टाइगर रिजर्व
माधव टाइगर रिजर्व
टाइगर रिज़र्व घोषित करने की प्रक्रिया
टाइगर रिजर्व ऐसे राष्ट्रीय उद्यान या वन्यजीव अभयारण्य को कहते हैं, जिन्हें टाइगर अर्थात बाघों की संख्या में लगातार आ रही गिरावट को देखते हुए उनकी संख्या को संरक्षित एवं संवर्धित करने के लिए आरक्षित किया गया है।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की सलाह पर वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 38V के प्रावधानों के अनुसार राज्य सरकारों द्वारा बाघ अभयारण्यों को अधिसूचित किया जाता है।
किसी भी क्षेत्र को टाइगर रिजर्व घोषित करने के लिए राज्य सरकार को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की अनुमति प्राप्त करना आवश्यक होता है।
टाइगर रिजर्व में बाघों के प्राकृतिक आवास को संरक्षित करने हेतु मानवीय गतिविधियों एवं शिकार पर पूर्ण रूप से रोक होती है।
बाघ की संरक्षण स्थिति
वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 - अनुसूची I
प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (IUCN) रेड लिस्ट - लुप्तप्राय
वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) - परिशिष्ट I
प्रश्न - वर्ष 2022 की गणना के अनुसार मध्य प्रदेश में कितने बाघ हैं ?