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भारतीय कलारीपयट्टू महासंघ को मान्यता

KALARIPAYTTU

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में देश में 'कलारीपयट्टू' को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कलारीपयट्टू महासंघ को क्षेत्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता दी गई 

कलारीपयट्टू 

  • यह केरल की एक युद्ध-कला है।
  • यह दो शब्दों से मिलकर बना है, कलारी का अर्थ है " लड़ाई का स्थान " और मलयालम में पयाट्टू का अर्थ है " लड़ाई" 
  • पौराणिक कथाओं के अनुसार ऋषि परशुराम कलारीपयट्टू के प्रवर्तक हैं।
  • इसे वर्तमान में प्रचलित सबसे पुरानी युद्ध-पद्धतियों में से एक माना जाता है। 
  • इसका अभ्यास मुख्य रूप से केरल की योद्धा जातियों, जैसे- नायर, एझावा द्वारा किया जाता था।
  • पारंपरिक कलारीपयट्टू की दो प्रमुख शैलियों को मान्यता प्राप्त है। 
    • इसकी उत्तरी शैली को ‘वडक्कन कलारी’ और दक्षिणी शैली को ‘थेक्कन कलारी’ कहते हैं।
  • केरल के अतिरिक्त यह तमिलनाडु व कर्नाटक से सटे हिस्सों के साथ-साथ श्रीलंका और मलेशिया के मलयाली समुदाय के बीच भी प्रचलित है।
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