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जलवायु परिवर्तन और गैर-संचारी रोगों के बीच संबंध

प्रारम्भिक परीक्षा – जलवायु परिवर्तन और गैर-संचारी रोग
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 3

संदर्भ

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जलवायु परिवर्तन का लोगों के जीवन और स्वास्थ्य पर कई तरह से प्रभाव पड़ रहा है।

Climate-change

प्रमुख बिंदु

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, गैर-संचारी रोग (NCD) से प्रत्येक वर्ष 4.1 करोड़ लोगों की मृत्यु होती है जो विश्व में होने वाली कुल मृत्यु के 74 प्रतिशत के बराबर है। 
  • प्रत्येक वर्ष 1.7 करोड़ लोग 70 वर्ष की आयु से पहले गैर-संचारी रोग के कारण मर रहें हैं। 
  • इनमें से 86 प्रतिशत असामयिक मौतें कम और मध्यम आय वाले देशों में हो रही हैं।
  • गैर-संचारी रोग के कारण सबसे अधिक प्रतिवर्ष 1.79 करोड़ मौत हृदय रोग से, इसके पश्चात् कैंसर से 93 लाख, सांस संबंधी बीमारियों से 41 लाख, और मधुमेह तथा गुर्दे की बीमारी से 20 लाख मौतें हो रहीं हैं। 
  • इन सभी बीमारियों से विश्व में 80 प्रतिशत से अधिक की मृत्यु होती हैं।

जलवायु परिवर्तन से होने वाले रोग एवं समस्याएं :

  • लू या हीट वेव एवं वायु प्रदूषण के कारण होने वाले रोग- स्ट्रोक, हृदय रोग, अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और फेफड़ों का कैंसर आदि ।
  • जंगल की आग के कारण होने वाले रोग- दम घुटना, जलना, हृदय और श्वसन संबंधी, मानसिक स्वास्थ्य आदि।
  • सूखा पड़ने से खाद्य असुरक्षा, कुपोषण और मनोसामाजिक तनाव आदि।
  • बाढ़ के कारण स्वास्थ्य सेवाओं में व्यवधान, विस्थापन और सुरक्षित पानी की कमी, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, खाद्य असुरक्षा और कुपोषण आदि का होना । 
  • चरम मौसम की घटनाओं से चोटें और मृत्यु दर में बढ़ोतरी होना ।

जलवायु परिवर्तन का प्रभाव 

  • जलवायु परिवर्तन का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, इसके द्वारा लू, तूफान की बारंबारता में वृद्धि , खाद्य संकट तथा  भू-जल संकट जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं । 
  • इसका प्रभाव निम्न वर्ग, कम आय और वंचित लोगों पर पड़ रहा है, जिनमें महिलाएं, बच्चे, जातीय अल्पसंख्यक, गरीब समुदाय, प्रवासी या विस्थापित व्यक्ति, वृद्ध आबादी और स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोग शामिल हैं।

समाधान 

  • समाधान :प्रकृति की रक्षा करने, स्वच्छ हवा और पानी तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए , जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करना अति आवश्यक है ।
  • इसके लिए कम कार्बन उत्सर्जन करना अति आवश्यक है। 
  • प्रदूषण करने वाली चीजों के लिए फंडिंग बंद किया जाय
  • जलवायु और स्वास्थ्य में सुधार के लिए मंत्रियों, स्वास्थ्य पेशेवरों, सिविल सोसाइटी संगठनों, युवा प्रतिनिधियों और व्यवसाय सहित विभिन्न प्रकार के अभिनेताओं को मिलकर काम करना होगा और जलवायु-स्वास्थ्य एजेंडे को मुख्य धारा में लाना होगा ।

जलवायु परिवर्तन को कम करने में WHO द्वारा किये जा रहे कार्य:

  • गैर-संचार रोग (NCD) की रोकथाम और नियंत्रण के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा वैश्विक कार्य योजना 2013-2030, लागू किया गया है।
  • गैर-संचार रोग (NCD)  2023-2030 की रोकथाम और नियंत्रण पर वैश्विक कार्य योजना के लिए कार्यान्वयन रोडमैप बनाना,COP-28 द्वारा कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए विश्व के देशों को जागृत करना आदि।

प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण सबसे ज्यादा मृत्यु किस रोग के कारण हो रही है ?

(a) कैंसर से 

(b) हृदय रोग से

(c) सांस संबंधी बीमारियां से 

(d) मधुमेह या गुर्दे की बीमारी से

उत्तर - (b)

मुख्य परीक्षा प्रश्न : जलवायु परिवर्तन का पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों की व्याख्या कीजिए

स्रोत : DOWN TO EARTH

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